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भोजपुरी साहित्य Discussions (246)

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चल जयिहें नेताजी बाबुरा, बूंट लादे

Started by R. K. PANDEY "RAJ"

0 Apr 29, 2011

बचपन के याद

Started by R. K. PANDEY "RAJ"

1 Apr 29, 2011
Reply by Deepak Sharma Kuluvi

पाँचवां विश्व भोजपुरी सम्मेलन नई दिल्ली में सम्पन्न

द्वारका, नई दिल्ली, पूर्वान्चल एकता मंच द्वारा आयोजित विश्व भोजपुरी सम्मेलन का उद्घाटन सत्र का शुभारंभ करते हुए लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा…

Started by Admin

0 Apr 12, 2011

अन्तिम इच्छा

ऊ एगो धन्ना सेठ रहले । जीवन के अंतिम पड़ाव पर जब उनका बुझाइल के अब उनकर मृत्यु नियरा गइल बा तब ऊ अपना इंस्योरेन्स एजेण्ट, अपना डाक्टर आ अपन…

Started by Neelam Upadhyaya

0 Apr 1, 2011

मुख्य प्रबंधक

"OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" के सब प्रस्तुति एके जगह ...

  "OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" प्रारंभ     अरुण कुमार पाण्डेय (१) गीत – बलम हमरो जवनिया बलम हमरो जवनिया जियान होत बा रहिया ताकत ताक…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

5 Feb 15, 2011
Reply by Abhinav Arun

मुख्य प्रबंधक

"OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" (Now Close)

भोजपुरी साहित्य प्रेमी लोगन के सादर परनाम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार पिछला कई महिना से हर महीने सफलता पूर्वक "OBO लाइव मुशायरा" अउर "OBO लाइ…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

207 Feb 13, 2011
Reply by Rana Pratap Singh

कोठवा अटरीआ शहरीया में देखनी ,

कोठवा अटरीआ शहरीया में देखनी ,देखनी ना तनीको सा प्यार ,बढ़ीया हमार गाव शहर से ,बढ़ीया हमार गाव ,इहा भीर हर ओर लागल बा ,केहू गीरल बा केहू ना द…

Started by Rash Bihari Ravi

5 Feb 4, 2011
Reply by Rash Bihari Ravi

स्वर्गीय पाण्डेय आशुतोष जी के एगो भोजपुरी ग़ज़ल

  रात के बाद निहिचित बा दिन होई हो सकेला की उगतो किरिन  होई   साथ देहल कठिन ह अंहरिया के उ टाहाटह अंजोरिया त फेनु  होई   देखींल सींत अरुआ क…

Started by Santosh Kumar

1 Feb 4, 2011
Reply by आशीष यादव

डॉ. गोरख प्रसाद मस्ताना जी के एगो भोजपुरी ग़ज़ल

  कंक्रीट के शहर में पत्थर हो गइल अदमी   दिल का ह दिमागों से बंजर हो गइल अदमी     रोपाया के बिछौना पर सोना के रहीत चादर बस एही हाव हाव में…

Started by Santosh Kumar

2 Feb 2, 2011
Reply by Santosh Kumar

मुख्य प्रबंधक

"OBO लाइव विश्व भोजपुरी कवि सम्मेलन" आपन सुझाव दिही सभे....

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के सभे साथी लोगन के बागी के परनाम, आपन भोजपुरी साहित्य समूह मे हम एगो अनूठा अउर अंतरजाल पर पहिलका लाइव विश्व भोजपुर…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

16 Jan 31, 2011
Reply by Navin C. Chaturvedi

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"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-179

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर left a comment for लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं।"
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मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद। बहुत-बहुत आभार। सादर"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज भंडारी सर वाह वाह क्या ही खूब गजल कही है इस बेहतरीन ग़ज़ल पर शेर दर शेर  दाद और…"
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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .इसरार
" आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय जी…"
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सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी प्रस्तुति में केवल तथ्य ही नहीं हैं, बल्कि कहन को लेकर प्रयोग भी हुए…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .इसरार
"आदरणीय सुशील सरना जी, आपने क्या ही खूब दोहे लिखे हैं। आपने दोहों में प्रेम, भावनाओं और मानवीय…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post "मुसाफ़िर" हूँ मैं तो ठहर जाऊँ कैसे - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए शेर-दर-शेर दाद ओ मुबारकबाद क़ुबूल करें ..... पसरने न दो…"
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"आदरणीय धर्मेन्द्र जी समाज की वर्तमान स्थिति पर गहरा कटाक्ष करती बेहतरीन ग़ज़ल कही है आपने है, आज समाज…"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर updated their profile
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। आपने सही कहा…"
Oct 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"जी, शुक्रिया। यह तो स्पष्ट है ही। "
Sep 30

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