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2122 1212 22

थम गइल बा किचाल होली में
हर तरफ बा बवाल होली में

बूढ़, लइका,जवान,मेहरारू
सबके बदलल बा चाल होली में

बाटे के दोस्त अउर के दुश्मन
कुछु नइखे खयाल होली में

बूढ़वो हो गइल जवान आजू
बाटे अइसन त हाल होली में

देखते देवरन के, भउजी के
रंग भइल अउर लाल होली में

जुट गइल लोग सब मचानी प$
मिली फगुआ के ताल होली में
=====================

जयनित कुमार मेहता
(मौलिक व अप्रकाशित)

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