For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार का एक वर्ष का सफ़र : कैसा रहा आपका अनुभव..

साथियों !

सबसे पहले मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देना चाहता हूँ आपका अपना OBO परिवार एक वर्ष का सफ़र सफलता पूर्वक तय कर लिया है, इस परिवार के साथ आपका अनुभव कैसा रहा यह आप यहाँ लिख सकते है ताकि हमें भी जानकारी प्राप्त हो सके कि क्या चाहते है हमारे प्रिय सदस्य |

इस वर्ष हेतु योजना तैयार करने में आपके अनुभव और टिप्पणी सहायक सिद्ध हो सकते है, OBO प्रबंधन समूह सदैव आपके विचारों का स्वागत करता रहा है और आगे भी करता रहेगा |

 

आपका अपना ही

एडमिन

ओपन बुक्स ऑनलाइन

Views: 1935

Reply to This

Replies to This Discussion

सर, ओ बी ओ की प्रथम वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ, मेरे पास तारीफ़ के शब्द भी नही हैं  जिससे अपने ज़ज़्बात पेश कर सकूँ, मुझे 22 अक्टूबर.2010 को ओ बी ओ  की सदस्यता मिली, मेरी पुस्तक कतरों का समंदर हिन्दी-ग़ज़ल को मुफ़्त प्रथम विज्ञापित कर साहित्य मंच प्रदान करने के लिए मैं  आजीवन आभारी हूँ और रहूँगा, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में मुझे जो प्यार और दुलार मिला, ऐसा मेरी ज़िंदगी में कहीं नहीं मिला, OBO की जय |
पुनिया साहिब, आपका प्यार और समर्पण जिस तरह OBO को प्राप्त हो रहा है हमलोग उत्साहित है | धन्यवाद आपका |
कुछ करने की भावना मन में था और उस समय कुछ कर गुजरने की चाहत थी गणेश जी प्रीतम बिजय भाई हम सब मिल कर आगे बढे और आज वाह क्या बात हैं एक साल कमाल हो गया , योगराज भैया साहित्य संभाले और चार चाँद लग गया ,
गुरु जी आज OBO जो कुछ भी है उसमे आपका भी बहुत योगदान है |
OBO ki is pehli varshgaanth par bahot badhaaiyaan, ummeed hai ke aap isi tarah ke aayojan bhavishya men bhi karte rahenge
आदरणीया मुमताज़ जी , यदि सदस्यों का भरपुर सहयोग मिलता रहा तो भविष्य में बहुत सारे आयोजन होते रहेंगे |अभी OBO पर नया आयोजन "चित्र से काव्य तक" चल रहा है |

प्रथम वर्षगाँठ पर मेरी अनेकानेक शुभकामनाएँ.

मुझे गर्व है कि नेट पर उपलब्ध इस अद्वितीय पत्रिका से जुड़ा हूँ, जो पाठकों के लिये मात्र मानसिक रंजन के सामान उपलब्ध नहीं कराती बल्कि पाठकों के मानसिक परिष्कार हेतु सतत प्रयत्नशील है. साहित्यिक पत्रिकाओं के जीवन में व्यतीत एक वर्ष बहुत नहीं होता किन्तु उसके प्रवाह की शैली उसके उज्ज्वल भविष्य के प्रति आश्वस्त करती है. 

एडमिन और सम्पादकीय विभाग के सभी सदस्यों का योगराजभाई के नेतृत्त्व में दायित्त्व-निर्वहन समस्त रचनाकारों और पाठकों के विश्वास को निरंतर बहुगुणित करे इसी शुभकामनाओं के साथ मेरा सादर प्रणाम.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
yesterday
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
yesterday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Saturday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service