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narendrasinh chauhan's Discussions (26)

Discussions Replied To (26) Replies Latest Activity

सदस्य टीम प्रबंधन

"एक से बढ़कर एक ग़ज़ल पढ़ने को मिलीं  बहुत 2 आभार सभी रचनाकारों का इस सफल आयोजन के लिये ब…"

narendrasinh chauhan replied Jul 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49 की सभी रचनाओं का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

32 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"गर रक्स में डूबी रूह कभी उनको न समझ में आयी तोये रूह रही है सदियों से मीरा सी दिवानी…"

narendrasinh chauhan replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"बहुत खूब ... सभी शेर अच्छे है लाज़वाब"

narendrasinh chauhan replied Jul 25, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"ये लोग हैं कितने पत्थर दिल दुःख दर्द किसी का क्या जानें निकले हैं जो मेरी आँखों से उ…"

narendrasinh chauhan replied Jul 25, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

प्रधान संपादक

"बहुत सुन्दर ग़ज़लें प्रस्तुत हुई हैं , आप सभी को बधाईयां।"

narendrasinh chauhan replied Jul 1, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-48 में प्रस्तुत सभी रचनाएँ

23 Jul 19, 2021
Reply by Deepanjali Dubey

"अब यहाँ भला किसको कौन याद करता है रिश्तों की ये कड़वाहट हिचकियाँ समझती हैं BAHUT SUND…"

narendrasinh chauhan replied May 24, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-47

848 May 25, 2014
Reply by अरुण कुमार निगम

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"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
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सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
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Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
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Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
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