For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

शागिर्द , लव इन टोकियो , फिर वही दिल लाया हूँ ,जिद्दी , एक कली मुसकाई ,एक बार मुस्कुरा दो जैसी मनोरंजक फिल्मों के अभिनेता  एवं छलिया बाबू के निर्देशक जॉय मुखर्जी का आज लीलावती अस्पताल में निधन हो गया. अपने समय के चौकलेटी हीरो जॉय मुखर्जी की फिल्मों का एक अलग ही रंग होता था . इस सदाबहार अभिनेता को  मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूँ.

 

 

Views: 1084

Reply to This

Replies to This Discussion

जीवन की रंगोली के अपने विन्यास हुआ करते हैं जिसमें अपने समय के लोग अपने-अपने हिसाब से रंग भरा करते हैं.  किसी सभ्य समाज की इकाई एक मनुष्य के सफल यापन हेतु पाँच अत्यावश्यक तत्त्वों में से मनोरंजन का रंग सबसे अलहदा होता है. भारतीय परिवेश में एक बहुत बड़े वर्ग को कई-कई स्तरों पर प्रभावित करती हिन्दी चलचित्र की दुनिया को जॉय मुखर्जी ने अपने समय मे प्रातःकाल की मंद बयार का वातावरण उपलब्ध कराया था.

यह उनकी ’गुडी-गुडी’ व्यक्तित्व का ही असर था कि शागिर्द फिल्म में उनका रोल एक अविस्मरणीय रोल बन गया जहाँ एक ओर सायराबानू की निश्छल कमनीयता का अभिभूत करता आलोड़न था तो दूसरी ओर आइ एस जौहर का चकित करता अनुशासित अभिनय था. जॉय किसी से कहीं भी दोयम नज़र नहीं आये थे.

अपने दौर की दशाओं से प्रभावित और दशाओं को प्रभावित करते इस अद्भुत अभिनेता को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि.

जोय मुख़र्जी का जाना दुखद | उस दौर के इस महान अभिनेता को विनम्र श्रद्धांजलि जब फिल्मों से , उनके कलाकारों से हम खुद को identify करते थे | परदे की भाव भंगिमाएं कई कई दिनों तक हमारे जीने का हिस्सा हुआ करती थी | अब तो मनोरंजन के बहुतायत के बीच स्वस्थ और सुखद की खोज भारत की खोज से कम नहीं | 

भावभीनी श्रद्धाञ्जलि

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ Sanjay Shukla जी, बहुत आभार आपका। ज़र्रा-नवाज़ी का शुक्रिया।"
18 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ Euphonic Amit जी, बहुत आभार आपका। ज़र्रा-नवाज़ी का शुक्रिया।"
18 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ Dinesh Kumar जी, अच्छी ग़ज़ल कही आपने, बधाई है। "
20 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ Richa यादव जी, अच्छी ग़ज़ल कही आपने, बधाई। इस्लाह से बेहतर हो जाएगी ग़ज़ल। "
24 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ. by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' ji, अच्छा प्रयास हुआ ग़ज़ल का। बधाई आपको। "
28 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ. Chetan Prakash ji, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास रहा। सुझावों से निखार जाएगी ग़ज़ल। बधाई। "
33 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ. अमीरुद्दीन 'अमीर' जी, ख़ूब ग़ज़ल रही, बधाई आपको। "
37 minutes ago
DINESH KUMAR VISHWAKARMA replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आदरणीय संजय जी। सादर अभिवादन स्वीकार करें। ग़ज़ल तक आने व प्रतिक्रिया हेतु बहुत बहुत आभार"
55 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ. Sanjay जी, अच्छा प्रयास रहा, बधाई आपको।"
58 minutes ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ. Aazi ji, अच्छी ग़ज़ल रही, बधाई।  सुझाव भी ख़ूब। ग़ज़ल में निखार आएगा। "
1 hour ago
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"अच्छी ग़ज़ल हुई आ बधाई स्वीकारें बाक़ी गुणीजनों की इस्लाह से और निखर जायेगी"
1 hour ago
Zaif replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-165
"आ. Mahendra Kumar ji, अच्छी ग़ज़ल रही। बधाई आपको।"
1 hour ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service