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शिक्षक दिवस पर - लक्ष्मण लडीवाला

शिक्षक दिवस पर ओ बी ओ के सभी सुधि प्रबुद्ध गुरुजनों को जिनसे छंद विधा और सत-साहित्य ज्ञान की वृद्धि कर पाया, उन्हें सादर प्रणाम करते हुए महान शिक्षक की जयंती पर प्रस्तुत है - 
 
 
डॉ राधा कृष्णन जैसे शिक्षक से ही बनता देश महान है
अचकन पायजामा पगड़ी उनकी सांस्कृतिक पहचान है 
दर्शन शास्त्र के ज्ञाता जगत को दे गये  अनूठा ज्ञान है 
शिक्षक दिवस पर नतमस्तक हो करते हम सम्मान है 
 
"सेतु" दर्शन के निर्माता वे आध्यात्म जगत के ज्ञाता है
जीवन पर्यन्त जिनका रहा सदा शिक्षा से ही नाता है
भारत रत्न से विभूषित जो अजातशत्रु कहलाते आये है 
शिक्षक दिवस पर नतमस्तक हो करते हम सम्मान है |
 
नतमस्तक हो सीखते, करते गुरु का मान,
शिक्षक बहुत महान है, उनका हो सम्मान  | 
 
शिक्षक का सम्मान कर. लेनेवाला लेत
समझो तभी भभूत है, वरना वह तो रेत | 
(मौलिक व् अप्रकाशित)
 
   

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Comment

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Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on September 5, 2013 at 6:30pm

शिक्षक दिवस पर हार्दिक शुभकामनाओं सहित आपका हार्दिक आभार श्री विजय निकोरे जी | सादर 

Comment by vijay nikore on September 5, 2013 at 6:27pm

         

 

//नतमस्तक हो सीखते, करते गुरु का मान,

शिक्षक बहुत महान है, उनका हो सम्मान  | //
 
शिक्षक-दिवस हमारे सारे समाज के लिए नई प्रेरणा लाए।
सादर,
विजय निकोर
Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on September 5, 2013 at 6:07pm

शुभकामनाओं सहित आपका हार्दिक आभार श्री श्याम नरेन वर्मा जी 

Comment by Shyam Narain Verma on September 5, 2013 at 4:32pm

 इस प्रस्तुति हेतु बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएँ....

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on September 5, 2013 at 4:08pm

रवि के  गुरु चरणों  पड़े,  सिद्ध बने  हनुमान,

राम भक्त को मिल गयी,मणि अनमोल महान |

आपका हार्दिक अभार भाई श्री रविकर जी  

 

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on September 5, 2013 at 3:59pm

सप्रेम आपका आभार श्री गिरिराज भंडारी जी 

Comment by रविकर on September 5, 2013 at 3:50pm

मिलते गुरु कौशिक सरिस, बनते "लक्ष्मण" राम ।
रावण-वध सम्भव तभी, खुशियाँ मिलें तमाम ॥

शुभकामनायें आदरणीय-


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on September 5, 2013 at 1:12pm
शिक्षक का सम्मान कर. लेनेवाला लेत
समझो तभी भभूत है, वरना वह तो रेत |  --------- वाह !!! आदरणीय लक्ष्मण भाई , सामयिक और सुन्दर रचना के लिये बधाई !!

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