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मेरी नींदों मे ख्वाब बन कर रहते थे,

वो तुम ही तो थे ,

जिसके सपने मेरी आँखों ने सँजोये थे,

वो तुम ही तो थे ,

जो रहता था मेरे दिल की किसी ,

गहराई मे , वो तुम ही तो थे,

जिसको पाने की इच्छा थी प्रबल,

वो तुम ही तो थे । 

जो रहता है मेरे अधरों की,

 मुस्कान बन कर , वो तुम ही तो हो,

जो रहता है मेरे हृदय की लहरों मे ,

अठखेलियाँ करते,

वो तुम ही तो हो

जीवन का संगीत सिखाया जिसने,

वो तुम तो हो ।

जीवन का  श्रंगार   हो तुम,

 बगिया के बागवान हो तुम,

स्नेह के रहनुमा हो तुम,

प्यार का पाठ हो तुम ,

मेरा  हो विश्वास तुम,

जो "नूतन" रहबर मेरा, वो  तुम ...............  हो।  

 

"मौलिक एवं अप्रकाशित"

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Comment by annapurna bajpai on May 26, 2013 at 6:08pm

dhanyvad ,abhinav arun ji .

Comment by Abhinav Arun on May 26, 2013 at 1:17pm
सुन्दर भाव पूर्ण पंक्तियाँ बहुत सुन्दर रचना वाह -

जो रहता है मेरे अधरों की,

 मुस्कान बन कर , वो तुम ही तो हो,

जो रहता है मेरे हृदय की लहरों मे ,

अठखेलियाँ करते,

वो तुम ही तो हो

जीवन का संगीत सिखाया जिसने,

वो तुम तो हो ।

 क्या कहने बधाई !!

Comment by annapurna bajpai on April 21, 2013 at 7:58pm

आप सबका हार्दिक धन्यवाद .

Comment by ram shiromani pathak on April 17, 2013 at 12:42pm

सुन्दर रचना/////// हार्दिक बधाई 

Comment by Yogi Saraswat on April 17, 2013 at 12:04pm

जो रहता है मेरे अधरों की,

 मुस्कान बन कर , वो तुम ही तो हो,

जो रहता है मेरे हृदय की लहरों मे ,

अठखेलियाँ करते,

वो तुम ही तो हो

जीवन का संगीत सिखाया जिसने,

वो तुम तो हो ।

स्वागत आदरणीय अन्नपूर्ण वाजपाई जी

Comment by shalini kaushik on April 17, 2013 at 1:03am
जो रहता है मेरे अधरों की,

मुस्कान बन कर , वो तुम ही तो हो,

जो रहता है मेरे हृदय की लहरों मे ,

अठखेलियाँ करते,

वो तुम ही तो हो

जीवन का संगीत सिखाया जिसने,

वो तुम तो हो ।

very nice feelings and presentation.
Comment by Ashok Kumar Raktale on April 16, 2013 at 8:58pm

जिसे चाहा उसे पाया और दो मुसाफिर साथ साथ मंजिल की ओर चले. सुन्दर रचना आदरणीया अन्नपूर्णा वाजपेयी जी. सादर बधाई स्वीकारें.


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on April 16, 2013 at 8:04pm

बहुत प्रेमपूर्वक लिखी गयी नेह की पाती..

इन सुकोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति के इये हार्दिक बधाई प्रिय अन्नपूर्णा बाजपाई जी 

कृपया ध्यान दे...

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