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Anil Kumar Singh
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  • अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी
 

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Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय  संजय शुक्ला जी अच्छी ग़ज़ल  हुई मुबारक़. हो 5वें शेर में 'हल्की सी बेखुदी' यह प्रयोग कुछ समझ में नहीं आया.हल्की सी की जगह कोई अन्य उपयुक्त शब्द बेहतर होता "
Apr 28, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय अजेय जी बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल की बधाई .'बे'गरज़' लफ़्ज़ पर तसल्ली कर लें कृपया "
Apr 28, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय दण्डपाणि जी उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद "
Apr 28, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय जयनित कुमार जी हौसला अफ़जाई का बेहद शुक्रिया "
Apr 28, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीया ऋचा जी बहुत बहुत धन्यवाद "
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय मुसाफ़िर जी बेहद शुक्रिया "
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"बेहद शुक्रिया उस्ताद मोहतरम."
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय अमित जी दाद के लिए शुक्रिया. शाइर अगर गुलशन में रहता हो और काफ़िले का हिस्सा हो तो ये घटनाएँ उसका भोगा हुआ यथार्थ  है "
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय रवि शुक्ला जी ग़ज़ल पर समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.एक शेर ख़ास तौर पर आपको अच्छा लगा ,मुझे बहुत ख़ुशी हुई.पुनः आपका धन्यवाद."
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"आदरणीय संजय शुक्ला जी ग़ज़ल पसंद करने के लिए बहुत बहुर धन्यवाद "
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"प्रिय अमित जी अच्छी ग़ज़ल आपने कही.गिरह भी ख़ूब है.मुबारक़ हो "
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-154
"काँटों से दोस्ती का मज़ा हमसे पूछिए फूलों की बेबसी का मज़ा हमसे पूछिए कहने को थी मगर ये हमारी नहीं रहीबेकैफ़ ज़िंदगी का मज़ा हमसे पूछिए शीशे सा जिस्म टूट के कैसे बिखर गया पत्थर से दिल-लगी का मज़ा हमसे पूछिए पुरखों के नक़्श-ए- पा को यहाँ चूमते हैं…"
Apr 27, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-153
"आदरणीय जैफ साहब बहुत ख़ूब ग़ज़ल कही आपने .गिरह ख़ूब है "
Mar 24, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-153
"आदरणीय जैफ साहब बेहद शुक्रिया "
Mar 24, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-153
"आदरणीय अजय गुप्ता अजेय जी आपने अच्छी ग़ज़ल कही "
Mar 24, 2023
Anil Kumar Singh replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-153
"आदरणीय नीलेश जी उम्दा ग़ज़ल की बधाई "
Mar 24, 2023

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Gender
Male
City State
Patna Bihar
Native Place
Garhbaruari
Profession
Retired IPS Officer
About me
I compose poetry

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At 4:49pm on May 30, 2020, Anil Kumar Singh said…

ग्रुप के माननीय सदस्यों एवं पदाधिकारियों का अभिनंदन 

सादर , अनिल कुमार सिंह भा.पु.से (से.नि)

 
 
 

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