For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

प्रतियोगिता परिणाम: "चित्र से काव्य तक" अंक-१०

नमस्कार साथियों,

"चित्र से काव्य तक" अंक -१० प्रतियोगिता से संबधित निर्णायकों का निर्णय आपके समक्ष प्रस्तुत करने का समय आ गया है | हमेशा की तरह इस बार भी प्रतियोगिता का निर्णय करना अत्यंत दुरूह कार्य था जिसे हमारे निर्णायकों नें अत्यंत परिश्रम से संपन्न किया है जिसके लिए हम उनका हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं |

लगातार तीन दिनों तक चली इस प्रतियोगिता के अंतर्गत कुल ५५८ रिप्लाई आयीं हैं  इनके अंतर्गत अधिकतर कुंडलिया , दुर्मिल सवैया,  मत्तगयन्द सवैया, छन्न -पकैया,  दोहा, मनहरण-घनाक्षरी, जलहरण-घनाक्षरी, हरिगीतिका,  उल्लाला आदि अनेक विधाओं में छंद प्रस्तुत किये गये,  इस बार छंदों की कुछ ऐसी रसधार बही कि सर्वत्र आनंद ही आनंद हो गया | इस प्रतियोगिता में समस्त प्रतिभागियों के मध्य, आदरणीय अविनाश बागडे जी, आदरणीय संजय मिश्र 'हबीब' , आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी , डॉ० ब्रजेश त्रिपाठी, धर्मेन्द्र कुमार सिंह,  व आदरणीय गणेश जी बागी, आदरणीय योगराज प्रभाकर जी व  आदरणीय धर्मेन्द्र शर्मा जी आदि  ने अंत तक अपनी बेहतरीन टिप्पणियों के माध्यम से सभी प्रतिभागियों व संचालकों में परस्पर संवाद कायम रखा तथा तथा छंदों का खुलकर प्रयोग करके इस प्रतियोगिता को और भी आकर्षक व रुचिकर बना दिया | इस आयोजन में उत्साहवर्धन हेतु आदरणीय श्री आलोक सीतापुरी जी,  आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी  श्री संजय मिश्र 'हबीब' जी, आदि नें भी प्रतियोगिता से बाहर रहकर अपनी-अपनी स्तरीय रचनाएँ पोस्ट कीं जो कि सभी प्रतिभागियों को चित्र की परिधि के अंतर्गत ही अनुशासित सृजन की ओर प्रेरित करती रहीं, साथ-साथ सभी नें अन्य साथियों की रचनायों की खुले दिल से निष्पक्ष समीक्षा व प्रशंसा भी की जो कि इस प्रतियोगिता की गति को त्वरित करती रही | प्रसन्नता की बात यह भी है कि अभी-अभी हाल में ही ओ बी ओ से जुड़े हमारे कई नए सदस्य इस प्रतियोगिता को लेकर बहुत ही उत्साहित रहे जिनमें श्री नीरज व श्रीमती किरण आर्य आदि स्पष्ट रूप से कहते हैं कि उन्हें यहाँ से छंदों के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है | आप सभी नें प्रतियोगिता की समाप्ति तक अपनी-अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया देने का क्रम जारी रखा है | 

बंधुओं ! छंद आधारित प्रतियोगिता होने के बावजूद हमारे कुछ कवि मित्र छंद से इतर रचनाएँ पोस्ट करने के लोभ का संवरण नहीं कर पाए जिन्हें ओ बी ओ के नियमानुसार टीम-एडमिन के स्तर से  हटाना पड़ा | इसके लिए हमें अत्यंत खेद है .......फिर भी अत्यंत हर्ष का विषय यह है कि चित्र से काव्य तक प्रतियोगिता छंदबद्ध होकर अपेक्षित गुणवत्ता की ओर अग्रसर हो रही है...........

इस यज्ञ में काव्य-रूपी आहुतियाँ डालने के लिए सभी ओ बी ओ मित्रों का हार्दिक आभार...

प्रतियोगिता का निर्णय कुछ इस प्रकार से है...

प्रथम पुरस्कार रूपये १००१/- व प्रमाण पत्र
प्रायोजक :-Ghrix Technologies (Pvt) Limited, Mohali
A leading software development Company

 प्रथम स्थान : पर श्री गोपाल ‘सागर’ जी  का गंगा-जमुनी हरिगीतिका छंद प्रतिष्ठित हुआ है |

पार हो दरिया हयाते गो, ग़मों का बोझ भारी|

उच्चतम अपने इरादे को,-शिशें अनवरत जारी|

धर्म मज़हब सब भुला कर गो,-द में खेलें मुरारी|

अब सुधर जाएँ सभी इंसा,-नियत की खेल पारी||

___________________________________________________________________

द्वितीय पुरस्कार रुपये ५०१/- व प्रमाण पत्र
प्रायोजक :-Ghrix Technologies (Pvt) Limited, Mohali

A leading software development Company

द्वितीय स्थान ;  श्री अरुण कुमार निगम जी के ‘मत्तगयन्द सवैया’ छंद को जाता है |

बाल गोपाल चले ननिहाल , सम्हालत गोद मा मैया समीना
अब्बा सलीम के हाल बेहाल चले ससुराल, जो भायी कभी ना
माखन छाछ मलाई मिठाई , कन्हाई को भावत दूध दही ना
लाल की जिद्द पे हार गये , मनुहार दुलार मनाय सकी ना

 _________________________________________________________________

तृतीय पुरस्कार रुपये २५१/-  व प्रमाण पत्र
प्रायोजक :-Rahul Computers, Patiala

A leading publishing House

तृतीय स्थान : पर श्री रघुविंद्र यादव जी के ‘दोहे’ विराजमान हैं

भारत से सदभाव की, मिलती नही मिसाल/
केशव की लीला करें, अब्दुल और बिलाल//

सलमा पाले श्याम को, गंगाजी रहमान/
कहें गर्व से हम सभी, मेरा देश महान//

फजलू अब गीता पढ़ें, केशव पढ़ें क़ुरान/
आल्हा भी रहमत करें, खुश होंवें भगवान//

केशव पलें सलीम घर , अली नंद के द्वार/
यही हमारी कामना, यही धर्म का सार//

बिस्मिल पंडित जात के, ख़ान वीर अशफ़ाक़/
ढूँढे से मिलता नही, ऐसा रिश्ता पाक//

 

प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान के उपरोक्त सभी विजेताओं को सम्पूर्ण ओ बी ओ परिवार की ओर से हार्दिक बधाई व साधुवाद...

प्रथम व द्वितीय स्थान के उपरोक्त दोनों विजेता आगामी "चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता अंक-११  के निर्णायक के रूप में भी स्वतः नामित हो गए हैं, तथा आप दोनों की रचनायें आगामी अंक के लिए स्वतः प्रतियोगिता से बाहर होगी |

जय ओ बी ओ!

अम्बरीष श्रीवास्तव

अध्यक्ष,

"चित्र से काव्य तक" समूह

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार

Views: 4449

Replies to This Discussion

तीनों विजेताओं को बहुत बहुत बधाई !!!!!!!!!!!!!!!!!

शुक्रिया यादव जी 

सागरजी.. निगमजी... यादवजी.. की रचनाएं ह्रदय को छूती है ! ढेर सारी बधाइयां !!!  मुझे कवि अब्दुल गफ्फार की कुछ पंक्तियाँ याद आ रही है ....!!  

कौन हिन्दू है कौन मुसलमान है!
प्रश्न को मिल ना पाया समाधान है  !!
जिसके  दिल में वतन की मोहब्बत न हो !!! 
वह न हिन्दू है ना मुसलमान है !!!! 

शुक्रिया मान्यवर 

तीनों विजताओं को बहुत बहुत बधाई |

शुक्रिया मान्यवर 

सभी विजेताओं को तहे दिल से हार्दिक बधाई !! उनकी सृजन यात्रा यूँ ही नित नए ऊंचे मुकाम हासिल करती रहे !!

शुक्रिया मान्यवर 

तीनों विजेताओं को बहुत बहुत बधाई

शुक्रिया मान्यवर 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आपने जो सुधार किया है, वह उचित है, भाई बृजेश जी।  किसे जगा के सुनाएं उदास हैं कितनेख़मोश रात…"
30 minutes ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"इतने वर्षों में आपने ओबीओ पर यही सीखा-समझा है, आदरणीय, 'मंच आपका, निर्णय आपके'…"
1 hour ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी मंच  आपका निर्णय  आपके । सादर नमन "
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आदरणीय सुशील सरना जी, आप आदरणीय योगराज भाईजी के कहे का मूल समझने का प्रयास करें। मैंने भी आपको…"
2 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"अनुज बृजेश  किसे जगा के सुनाएं उदास हैं कितनेख़मोश रात  बिताएं उदास  हैं कितने …"
2 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"ठीक है आदरणीय योगराज जी । पोस्ट पर पाबन्दी पहली बार हुई है । मंच जैसा चाहे । बहरहाल भविष्य के लिए…"
2 hours ago

प्रधान संपादक
योगराज प्रभाकर commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आ. सुशील सरना जी, कृपया 15-20 दोहे इकट्ठे डालकर पोस्ट किया करें, वह भी हफ्ते में एकाध बार. साईट में…"
2 hours ago
Sushil Sarna posted blog posts
2 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय सौरभ सर ओ बी ओ का मेल वाकई में नहीं देखा माफ़ी चाहता हूँ आदरणीय नीलेश जी, आ. गिरिराज जी ,आ.…"
7 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा दशम -. . . . . शाश्वत सत्य
"आदरणीय  अशोक रक्ताले जी सृजन आपकी प्रेरक प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ ।  इंगित बिन्दुओं पर…"
7 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"ओबीओ का मेल चेक करें "
10 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय सौरभ सर सादर नमन....दोष तो दोष है उसे स्वीकारने और सुधारने में कोई संकोच नहीं है।  माफ़ी…"
10 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service