For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बतकही ( गपसप ) अंक 6

लछुमन भाई के चाय दुकान पर गहमा गहमी रहुऐ बाकिर लछुमन भाई के चेहरा उतरल रहुऐ, हमरा के देख के उ ब़ोलुअन प्रणाम गुरु जी बाकिर उनकर प्रणाम में उ बात ना रहुऐ जवन पहिले रहत रहे , हम असीरबाद देला के बाद फटाक दे पूछिए देहुवी का बात बा लछुमन भाई आज तोहर मिजाज तनिका गड़बड़ लगत बा , तब उ तनिक तुनक के कहूअन ऐ महराज तनिक सा ना हमार मन पूरा बिगडल बा हमार बस चलित नूsssssss, हम बीच में टोकनी का बात बा सीधे सीधे बतइबs, तब उ कहलन देखि ना गुरु जी अगर कौनो आतंकबादी एको दिन अनसन क देव त हमार दिल्ली के सरकार में बईठल लोग के एडी के पसीना चोटी पर चढ़ जाला बाकि रामदेव बाबा आज नव दिन से उपवास बाडन एकनी के कान पर जू ले नइखे रेंगत, आउर उनकर तबियत बिगरल जात बा, हम कहनी अब का कइल जा सकेला बाकिर आज निउज में सुननी हा की बहुत बड़का बड़का लोग उहा के मानावे आउर उपवास तुरवावे खातिर आइल ह लोग बाकिर सरकार के तरफ से केहू ना आइल ह , तभी उहा सुनील भाई हाथ में मिठाई लेले अइले अब तू अपनो उपवास तुर द भाई, बाबा रामदेव संत लोग के कहला से उपवास तुर देले बाडन, उनकर सत्याग्रह चलत रही , लछुमन भाई मिठाई खा के पानी पिअलन आउर उनकर चेहरा खिल उठल, हम उनकरा के देखते रह गइनी हमरा मुह से अन्यास निकल गइल बाह लछुमन भाई तू देश से कदाचार , भ्रष्टाचार मिटावे खातिर उपवास ले कईलs बाबा रामदेव के बात आम आदमी के पले पड़ गइल बाकिर इ सरकार अब ले सुतल बिया , तभी लछुमन भाई कहलन गुरु जी अब हमरा दिल से बददुआ निकलत बा ये सरकार खातिर आउर भगवन हमार सुनिहन ता इ एक एक भोट खातिर तरसी लोग , हम कहनी अईसन बददुआ मत द भाई ओकरो कवनो मज़बूरी होई |

Views: 600

Replies to This Discussion

//अईसन बददुआ मत द भाई ओकरो कवनो मज़बूरी होई//

ई पंक्ति एह सउँसे एपिसोड के पंच-लाइन लेखा बा. 
एगो बात त जरूर स्पस्ट हो रहल बा, जे, आम जनता आ एह जनता के  सरकार-नुमाइन्दन  के बीच के फासला बहुते बढ़ल जा रहल बा. ई काहें हो रहल बा ई पूछे के बात भा सवाल एकदम नइखे.  सभ कुछ सोझा बा.
 
हमार एगो निहोरा बा रउआ से, कवनो रचना के अपलोड करे के पहिले ओह प नज़र जरुर फिरा लिहल करीं. टंकन-त्रुटि से निजात पावे के सूरत हो जाई. रचना के ताकत बढ़ जाई.

 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
Apr 30
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Apr 29
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Apr 28
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Apr 28
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Apr 27
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Apr 27
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Apr 27

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service