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बहुत लोग के ना पता होई हमनी के गुरु जी ( Ravi Kumar Giri ) हस्त रेखा के भी जानकार बानी,
एक दिन जगन भाई गएलन गुरु जी से आपन हाथ देखावे,गुरु जी कहले बॅबुवा हाथ देखावा,जगन भाई हाथ देखा के कहलन गुरु जी ई देखी काल्हेय से दाहिना हाथ मे खुजली होत बा,गुरु जी कहले धन आगमन के योग बा,
जगन भाई----गुरु जी बाया हाथ भी खुजला ता ,गुरु जी---धन एक हाथ से आई और दूसरा से चल जाई,
जगन भाई----गुरु जी बाया पैर खुजला ता,गुरु जी---बबुवा यात्रा के योग बनत बा,
जगन भाई----गुरु जी दाहिना पैर खुजलात बा,गुरु जी---बबुआ,ई त विदेश जाये के संजोग बन रहल बा, चला 501 दक्षिणा निकाला ,जगन भाई 501 दक्षिणा दे के कहलन की गुरु जी काल्ह रात से पेट भी खुजला ता,गुरु जी चिला के कहलन ,अरे जल्दी भाग ससुरा ईहा से डॉक्टर के लगे तोरा खजुली हो गैल बा......

पूर्व मे पोस्ट की हुई कुछ और हसगुल्ले...........

हल्की फुल्की हँसी की बात (भाग 1)
हल्की फुल्की हँसी की बात (भाग 2)
हल्की फुल्की हँसी की बात (भाग 3)
हल्की फुल्की हँसी की बात (भाग 4)

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Replies to This Discussion

hahahahahahaha....hasat hasat pet dukhaye lagal/.......jai hooooooooooooooo
hahahahah......................dhan bani e hamr ganesh bhaiya...................hasat hasat pet fate ke vidh lagal ba jee
jai hoooooooooooo
hahahahahahaaahahahah
aapka ye joke muje bahut acha laga
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