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बच्चो! मीठी बोली बोलो
बातों में कुछ मिसरी घोलो।1

काँटे लाख तुम्हे भटकायें,
फूलों का उपहार सँजो लो।2

पेड़ लगाओ,पानी दो फिर
उनके अच्छे साथी हो लो।3

फल-फूलों से घर भर देंगे
छाँव तले मस्ती में डोलो।4

पी जाते जहरीली गैसें
ऑक्सीजन में खुद को तोलो।5

काट रहे जो, उनको कह दो-
'पेड़ लगाओ,आँसू धो लो'।6

सूखी लकड़ी से घर बनते
चिड़ियों जैसे तुम भी सो लो।7
'मौलिक व अप्रकाशित'

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