For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Ashok Kumar Raktale's Discussions (6,217)

Discussions Replied To (3504) Replies Latest Activity

"रुत बैरी है, सावन बरसे पिया की प्यासी घरती तरसे  कारी बदरिया मोरे अंगना रे  मन कोरो…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"इतनी तारीफें सुनकर फिर क्यूँ ना चाँद जमीं पर उतारे. बहुत सुन्दर रचना आ. वंदना जी बधा…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"सादर, उसके बिन अब तो रह न सकूंगी तूने देखा तो डाह करूंगी  इतना सुन्दर वर्णन फिर डाह…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"चलो जब चाँद तुम यूँ चांदनी को साथ लेकर के मुहब्बत से वही गुलजार गलियारा लगा मुझको बह…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"आदरणीय अम्बरीश जी                    सादर,               मन सागर में ज्वार उठाये    …"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"आदरणीय              सादर, प्रेम रूपी अम्रत्मयी खीर बांटती सुन्दर रचना पर हार्दिक बधा…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"निरभ्र आँखोंतब देर तक देखता था चुपचाप मोगरे / के फूलों की वेणी / की सुगंध बरसाता हुआ…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"पुष्प जल रोली दीप अक्षतथाल हस्त सजा ढूँढू तुझे,क्षण भर  निहारूँ रूप तेराबदरी छिप अब…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"आदरणीय             सादर, बहुत ही सुन्दर सवैया. एकदम अद्भुत. बधाई."

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"सीमा जी           सादर, इतने सुन्दर भाव और प्रवाह वाह! जितनी भी तारीफ़ करुण कम है. हा…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
yesterday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Sunday
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Sunday
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
Saturday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
Saturday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
Saturday
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
Saturday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service