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मिथिलेश वामनकर's Discussions (7,011)

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सदस्य टीम प्रबंधन

"अब काल दोष लग रहा है 'अब' को 'यूँ' किया जा सकता है ?"

मिथिलेश वामनकर replied Dec 1, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 53 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

37 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

सदस्य टीम प्रबंधन

"वो भला इन्किलाब क्या लातीजो कलम ख़ाम नातवानी थी उस शहर की हयात क्या कहियेना तबस्सु…"

मिथिलेश वामनकर replied Dec 1, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 53 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

37 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आदरणीय शिज्जु जी  धन्यवाद आपने समाधान भी कर दिया और बहुत बड़ी बात बताई कि 'ना' का वज्…"

मिथिलेश वामनकर replied Dec 1, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 53 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

37 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"वो भला इन्किलाब क्या लाती ----- > वो भला इन्किलाब क्या लाए जो कलम ख़ाम नातवानी थी…"

मिथिलेश वामनकर replied Dec 1, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 53 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

37 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आदरणीय संपादक महोदय इतने कम समय में सफल आयोजन कर संकलन प्रकाशित करने के लिए बहुत बहु…"

मिथिलेश वामनकर replied Dec 1, 2014 to ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 53 में सम्मिलित सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

37 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"अच्छी गजल। गिरह का शेर शानदार है "

मिथिलेश वामनकर replied Nov 29, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 53

415 Nov 29, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"बहुत अच्छी ग़ज़ल है  बेहतरीन शेर  पी गई वो जहर बिना समझे, प्यार में कुछ अजब दिवानी थ…"

मिथिलेश वामनकर replied Nov 29, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 53

415 Nov 29, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"खुबसूरत और बेहतरीन  ग़ज़ल  उम्दा शेर  था जुदा फलसफा तेरा शायद मुख्तलिफ़ मेरी तर्जुमानी…"

मिथिलेश वामनकर replied Nov 29, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 53

415 Nov 29, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"खुबसूरत ग़ज़ल  बेहतरीन शेर  लीलते जा रहे हो गाँवों को ज़िंदगी की जहाँ रवानी थी बहुत खूब "

मिथिलेश वामनकर replied Nov 29, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 53

415 Nov 29, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"अच्छा शेर है  कुछ नही ख़ास मै कमा पाया, दिल में हसरत बहुत पुरानी थी |"

मिथिलेश वामनकर replied Nov 29, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - 53

415 Nov 29, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

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