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अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's Discussions (1,197)

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"मुहतरमा ऋचा यादव जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"मुहतरम समर कबीर साहिब आदाब, तरही मिसरे पर उम्दा ग़ज़ल से रू-शनास कराया आपने, जिसके ल…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय संजय शुक्ला जी आदाब, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है बधाई स्वीकार करें, गुणीजनों…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय दिनेश कुमार विश्वकर्मा जी आदाब, अच्छी ग़ज़ल हुई है, बधाई स्वीकार करें। अमित ज…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब ग़ज़ल के उम्दा प्रयास के लिए बधाई स्वीकार क…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी आदाब तरही मिसरे पर अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद पेश करता ह…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"मुहतरम समर कबीर साहिब आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्रि…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय यूफोनिक अमित जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्र…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय रवि शुक्ला जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्रिय…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी आदाब ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक…"

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied Mar 29 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177

128 Mar 29
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। परिवर्तन के बाद गजल निखर गयी है हार्दिक बधाई।"
14 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। सार्थक टिप्पणियों से भी बहुत कुछ जानने सीखने को…"
15 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
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"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गीत का प्रयास अच्छा हुआ है। पर भाई रवि जी की बातों से सहमत हूँ।…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

घाव भले भर पीर न कोई मरने दे - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

अच्छा लगता है गम को तन्हाई मेंमिलना आकर तू हमको तन्हाई में।१।*दीप तले क्यों बैठ गया साथी आकर क्या…See More
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहते हो बात रोज ही आँखें तरेर कर-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और स्नेह के लिए आभार। यह रदीफ कई महीनो से दिमाग…"
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PHOOL SINGH posted a blog post

यथार्थवाद और जीवन

यथार्थवाद और जीवनवास्तविक होना स्वाभाविक और प्रशंसनीय है, परंतु जरूरत से अधिक वास्तविकता अक्सर…See More
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"शुक्रिया आदरणीय। कसावट हमेशा आवश्यक नहीं। अनावश्यक अथवा दोहराए गए शब्द या भाव या वाक्य या वाक्यांश…"
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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Monday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"परिवार के विघटन  उसके कारणों और परिणामों पर आपकी कलम अच्छी चली है आदरणीया रक्षित सिंह जी…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
"आ. प्रतिभा बहन, सादर अभिवादन।सुंदर और समसामयिक लघुकथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-123 (जय/पराजय)
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