For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Sheikh Shahzad Usmani's Discussions (5,127)

Discussions Replied To (4461) Replies Latest Activity

"रचना पर समय देकर अनुमोदन हेतु और प्रोत्साहित करने के लिए सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"// दुश्मन न तो सरकार है न हमारे लोग।”// // सड़क की दूसरी तरफ बने कारख़ाने और स्कूल की…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"रक्षा के नाम पर दिग्भ्रमित लोगों पर कटाक्ष और साम्प्रदायिक सद्भाव पूर्ण बढ़िया प्रेर…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"अंतिम बेहतरीन पंचपंक्ति के साथ संवाद // हम तुम्हारे खैरख्वाह हैं- उनमें से एक बोला /…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"बहुत ही महत्वपूर्ण बात कही है आपने आदरणीय सर जी।"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"रचना पर समय देकर अनुमोदन व सुझाव सहित हौसला अफजाई के लिए सादर हार्दिक धन्यवाद आदरणीय…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"रचना पर समय देकर पहली प्रतिक्रिया द्वारा अनुमोदन व हौसला अफजाई के लिए तहे दिल से बहु…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"मां प्रायः बेटे की ख़ुशी के ख़ातिर बहू की तरफ से होने वाली परेशानियां अपने बेटे को न…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"बहुत ही रोचक किंतु गंभीर और नाज़ुक विषय को लेते हुए दिये गये विषय को बेहतरीन तरीके स…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"सादर हार्दिक बधाई और आभार आदरणीय श्री रवि प्रभाकर जी प्रदत्त विषय को उभारती बेहतरीन…"

Sheikh Shahzad Usmani replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। सुझाव के बाद अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
32 minutes ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"ग़ज़ल में गिरह का शेर रह गया। "
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"बहुत अच्छी ग़ज़ल हुई। "
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
".कितनी सदियों से चाक पर हूँ मैंमेरी मिट्टी का कुछ बना तो नहीं.हासिल-ए-ग़ज़ल शेर रहा।  टूट कर…"
1 hour ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"ग़ज़ल अभी समय मॉंगती है। आपने फ़लक को एक से अधिक मानते हुए शेर कहा, बहुत से आकाशों की कल्पना ग़लत…"
1 hour ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय तिलक राज कपूर जी, मतले पर आपकी टिप्पणी के लिए बहुत बहुत आभार। शेष शेर पर भी कुछ मार्गदर्शन…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आ. भाई जयहिंद जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। आ. नीलेश भाई ने अच्छा मार्गदर्शन किया है। इससे यह…"
8 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। यूँ तो पूरी गजल ही लाजवाब हुई है पर ये दो शेर पर अतिरिक्त बधाई…"
8 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी नमस्कार बहुत खूब ग़ज़ल हुई है हार्दिक बधाई स्वीकार करें सभी शैर बहुत अच्छे…"
8 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय निलेश नूर जी, ग़ज़ल पर अपकी टिप्पणी के लिए आभार पर कुछ विस्तार से मार्ग दर्शन करते तो अच्छा…"
8 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय अजय गुप्ता 'अजेय' जी नमस्कार बहुत शुक्रिया आपका अपने समय दिया कुछ त्रुटियों की…"
8 hours ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ग़ज़ल का बहुत अच्छा प्रयास है। तीन शेर 4,5, व 6 तो बहुत अच्छे लगे। बधाई…"
8 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service