For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

नयना(आरती)कानिटकर's Discussions (929)

Discussions Replied To (859) Replies Latest Activity

"आ.राज्यवर्धन जी वर्तमान के जलते कथानक से रचना लिखने का आपका प्रयास सराहनीय हैं। बधाई…"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"अपराजिता कथानक अच्छा हैं। आ. योगराज भाई जी सब कह चुके हैं। बधाई स्वीकार करो"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ. सुकुल जी संदेश देती रचना के लिए बधाई"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ. ओमप्रकाश जी पिता की चिंता जायज हैं मगर वो किसी सबक पर आकर खत्म नहीं हुई इसलिए अधु…"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"सीमा जी बहुत सुंदर रचना। अगर बुजुर्ग पीढ़ी इतनी दृढ होतो हमें भविष्य की चिंता करने की…"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ. तस्दिक जी आपने अत्यंत गहरे मसले पर रचना लिखी हैं। किसी तिसरे को बीच में लाए बीना…"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ.रश्मि जी अंत तक बांधे रखने में सफल आपकी रचना के लिए बहुत बहुत बधाई"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ.मोहम्मद आरिफ जी सहज ,सरल सवादात्मक शैली की सार्थक रचना के लिए बाधाई आदरणीय"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ. उस्मानी जी "जिंदगी" और मौत" को प्रतिकों के रुप मे इस्तमाल कर आपने एक गहरा सबक सिख…"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आ, सुधीर जी नये कथानक के साथ आपकी रचना खासा प्रभाव डालने में सक्षम हुई है."बेटा घावो…"

नयना(आरती)कानिटकर replied May 30, 2017 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-26 (विषय:सबक़)

579 May 31, 2017
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा दशम्. . . निर्वाण

दोहा दशम्. . . . निर्वाणकौन निभाता है भला, जीवन भर का साथ । अन्तिम घट पर छूटता, हर अपने का हाथ ।।तन…See More
5 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
21 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Friday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Friday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Friday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service