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Dr T R Sukul's Discussions (972)

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" विनम्र आभार, आदरणीय सतविंदर कुमार जी। "

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

" विनम्र आभार, आदरणीय डॉ छोटेलाल सिंह जी।"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

" विनम्र आभार, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

" रचना को मान देने के लिए विनम्र आभार आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी।"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"विनम्र आभार, आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब। आपने ठीक कहा है परन्तु अब खलिहान तो बचे ह…"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

" विनम्र आभार आदरणीय सुरेन्द्रनाथ जी।"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

" रचना को मान देने के लिए विनम्र आभार आदरणीय योगराज प्रभाकर जी।"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"विनम्र आभार आदरणीय अरुण कुमार निगम जी। आपने ठीक कहा है परन्तु अब खलिहान तो बचे ही न…"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

" विनम्र आभार आदरणीय अजय गुप्ता जी।"

Dr T R Sukul replied Mar 10, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

"व्यथा , पथिक की ! उस गुमसुम सी,मुस्कुराहट का आकर्षण।पल में ले आया,पलकों में परिवर…"

Dr T R Sukul replied Mar 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-89

393 Mar 10, 2018
Reply by Samar kabeer

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दियनवा जरा के बुझावल ना जाला पिरितिया बढ़ा के घटावल ना जाला नजरिया मिलावल भइल आज माहुर खटाई भइल आज…See More
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
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Sushil Sarna posted a blog post

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दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
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Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
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Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
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