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Ravi Shukla's Discussions (1,143)

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"आदरणीय अश्‍फाक अली जी  स्‍वागत है आपका क्‍या शानदार ग़ज़ल कही है आपने शेर दर शेर दिल…"

Ravi Shukla replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय ना‍दिर जी बहुत ही उम्‍दा ग़ज़ल कही है आपने तामीर तो करते हैं पर अपने नहीं होत…"

Ravi Shukla replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय पंकज जी बहुत ही अच्‍छी ग़ज़ल हुई है श्‍ेार दर श्‍ोर दाद कुबूल फरमाएं."

Ravi Shukla replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय समर कबीर साहब आपकी ग़जल पढ़ने की प्रतीक्षा हमेशा मुशायरे में होती है जिस बह्र…"

Ravi Shukla replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय शिज्जू भाई जी बहुत ही बढ़िया ग़ज़ल हुई है तब और पे हमले की, परवाह नहीं होती तलवा…"

Ravi Shukla replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय मिथिलेश जी अच्‍छी ग़ज़ल से मुशायरे का आगाज किया आपने बहुत बहुत बधाई हमें व्‍य…"

Ravi Shukla replied Oct 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-64

534 Oct 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय शाहज़ाद उसमानी जी  आपकी रचना को महीन की सर्वश्रेष्‍ठ रचना चुने जाने पर हमारी…"

Ravi Shukla replied Oct 16, 2015 to रचनाओं को सम्मानित करने की एक अनूठी पहल @ महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना ( Best Creation of the Month )

871 Oct 14, 2023
Reply by rohit mitro

"आउरणीय पंकज जी बहुत बहुत बधाई महीने का सक्रिय सदस्‍य चुने जाने के लिये ।"

Ravi Shukla replied Oct 16, 2015 to एक घोषणा:-महीने का सक्रिय सदस्य (Active Member of the Month)

1065 Dec 3, 2016
Reply by सुरेश कुमार 'कल्याण'

प्रधान संपादक

"पापा ने रोज की तरह अंदर आते हुए हैलमेट उतारा और बाइक की चाभी के  साथ उसे रखने के लिय…"

Ravi Shukla replied Sep 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-6 (विषय: प्रत्युत्तर)

1313 Oct 1, 2015
Reply by Archana Tripathi

"आदरणीय नीरज जी बहुत सुन्दर ग़ज़ल हुई है दवा जहा न करे काम वहाँ दुआ ही लगे । बहुत बढ़िया…"

Ravi Shukla replied Sep 26, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-63

645 Sep 26, 2015
Reply by D.K.Nagaich 'Roshan'

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नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
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