For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Dayaram Methani's Discussions (910)

Discussions Replied To (827) Replies Latest Activity

" आदरणीय आज़ी तमाम जी, प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार।"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

" आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

" आदरणीय रचना भटिया जी, सुंदर ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई।"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

" आदरणीय अमित जी, सुंदर ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई।"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

" आदरणीय मिथलेश जी, प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार।"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

" आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर टिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

"आदरणीय अमित जी, पोस्ट पर विस्तृत टिप्पणी एवं मार्ग दर्शन के लिए हार्दिक आभार। हिन्दी…"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

"ग़ज़ल — 2122 1122 1122 22/112 लग रहा था जो मवाली वही अफसर निकलामोम जैसा दिखा दिलबर…"

Dayaram Methani replied May 25 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

160 May 25
Reply by Richa Yadav

" आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"

Dayaram Methani replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

127 Apr 27
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"आदरणीय अमित जी, आपका टिप्पणी व सुझाव के लिए हार्दिक आभार। एक निवेदन है कि — काम की…"

Dayaram Methani replied Apr 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166

127 Apr 27
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin posted discussions
Tuesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 156

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  …See More
Tuesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बहुत सुंदर अभिव्यक्ति हुई है आ. मिथिलेश भाई जी कल्पनाओं की तसल्लियों को नकारते हुए यथार्थ को…"
Jun 7

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश भाई, निवेदन का प्रस्तुत स्वर यथार्थ की चौखट पर नत है। परन्तु, अपनी अस्मिता को नकारता…"
Jun 6
Sushil Sarna posted blog posts
Jun 5
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।विलम्ब के लिए क्षमा सर ।"
Jun 5
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया .... गौरैया
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी । सहमत एवं संशोधित ।…"
Jun 5
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
Jun 3
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Jun 3

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Jun 3
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Jun 2

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service