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लघुकथा : दुकानदारी (गणेश जी बागी)

                 कपूर साहब कंस्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक हैं । उनके संरक्षण में चलने वाली साहित्यिक संस्था सरकारी विभाग के सर्वोच्च अधिकारी वर्मा जी को उनकी लिखी किताब के लिए आज सम्मानित कर रही है । कपूर साहब ने शॉल, स्मृति-चिन्ह और स्वर्ण-पत्र देकर वर्माजी को सम्मानित किया ।

                     कार्यक्रम समापन के पश्चात कपूर साहब ने वर्मा जी को बधाई देते हुए धीरे से कहा, "सर, जरा उस 200 करोड़ वाले टेंडर को देख लीजियेगा"

(मौलिक व अप्रकाशित)

पिछला पोस्ट => लघुकथा : बंद गली

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Comment by kanta roy on October 8, 2015 at 12:29pm

वाह !!! क्या सम्मानित ये सम्मान है।  अनुबंध पर ये बहुत खूब प्रबंध है।  गजब की लघुकथा आज  हठात हाथ आ गयी मेरे।  विचरती रहती हूँ obo की गलियों में अक्सर , सुना है इसके गर्भ में कहीं ढेरों खज़ाना छुपा है।  हाँ है।  तभी तो मेरे हाथ आज इतनी सार्थक लघुकथा आई है।  बधाई आपको आदरणीय गणेश जी बागी जी इस सटीक और सार्थक रचना के लिए।  सादर  


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by मिथिलेश वामनकर on February 12, 2015 at 1:49am

बहुत खूब ..सफल लघुकथा 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on November 11, 2014 at 2:20am

वाह भाई वाह.. ! बहुत खूब !!

’घाव करे गंभीर’ को चरितार्थ करती इस लघुकथा केलिए हार्दिक बधाई, भाई गणॆशजी. अनेकानेक शुभकामनाएँ


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 3, 2014 at 1:05pm

सराहना हेतु दिल से आभार भाई लक्ष्मण धामी जी। 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 3, 2014 at 11:44am

आदरणीया महिमा जी, तारीफ़ हेतु शुक्रिया, किन्तु लघुकथा सम्राट ओ बी ओ पर बस एक ही हैं ---- परम आदरणीय श्री योगराज प्रभाकर जी। 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 2, 2014 at 1:51pm

बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत बहुत आभार प्रिय पवन जी। 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 2, 2014 at 1:46pm

आदरणीय हरिबल्लभ शर्मा जी, प्रोत्साहित करती प्रतिक्रिया हेतु दिल से धन्यवाद।


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 2, 2014 at 1:46pm

आदरणीया वेदिका जी, व्यस्त दिनचर्या से कुछ समय निकाल कर आपने इस लघुकथा पर प्रतिक्रिया दी, अच्छा लगा, इस प्रोत्साहन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद। 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 2, 2014 at 1:46pm

लघुकथा पसंद करने हेतु आभार आदरणीय श्याम नारायण वर्मा जी।


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 2, 2014 at 1:45pm

आदरणीय डॉ आशुतोष जी, प्रयास करता हूँ कि लघुकथा अपने मापदंडों पर खरा हो, शेष आप गुणीजनों का मुहब्बत है, सराहना हेतु बहुत बहुत आभार।

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