अखिल भारतीय साहित्यकला मंच
द्वारा
काठमाण्डु (नैपाल) में आयोजित
(अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समारोह - 8 जून 2013 से 11 जून, 2013 तक)
इस समारोह में त्रिसुगंधि नामक काव्य संकलन/ संग्रह का विमोचन होना है । इस पुस्तक में प्रकाशन हेतु ओबीओ के रचनाकारों से उनकी मौलिक व अप्रकाशित रचनाएँ आमंत्रित है, जो प्रिण्ट में प्रकाशित न हुई हों । वेब पर अपलोडेड रचनाएँ स्वीकार्य होंगीं । इच्छुक रचनाकार किसी एक विधा में अपनी दो रचनाएँ अपने संक्षिप्त जीवन-परिचय के साथ भेज दें ।
काव्य विधा हेतु तीन प्रभाग तय किये गये हैं - कविता ,गीत और ग़ज़ल
इन्ही तीन विधाओं की महक से महकेगी यह त्रिसुगंधि !
रचनाकारों की रचनाएँ हम तक 15/3/2013 तक अवश्य पंहुच जायें, ताकि अनुमोदित तथा स्वीकृत रचनाओं को संकलित कर संकलन-पुस्तक पर काम करने के लिए हमारे पास उपयुक्त समय रहे ।
प्रविष्टिभेजने हेतु मेल-आइडी - trisugandhi@gmail.com
कृपया ध्यान दें .....प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि दिनांक १८.०३.२०१३ तक कर दी गई है ।
आभार
आशा पांडेय ओझा
सह संयोजक
Comment
आदरणीया आशा जी ,
सादर प्रणाम !
'त्रिसुगंधि' काव्य -संकलन हेतु मैंने अपनी दो कविताएँ आपको प्रेषित कर दी हैं।आशा है,आपको रचनाएँ पसंद आएँगी।
सधन्यवाद ! ,,,
-- बसंत नेमा
आदरणीया आशा जी ,
सादर नमस्कार !
'त्रिसुगंधि' काव्य -संकलन हेतु मैंने अपनी दो कविताएँ आपको प्रेषित कर दी हैं।उनका अवलोकन कर मार्गदर्शन करें।आशा है,आपको मेरी रचनाएँ पसंद आएँगी।सधन्यवाद !
_ सावित्री राठौर
नमस्कार,
मैंने आपके द्वारा प्रदान की गयी जानकारी के आधार पर अपनी दो कवितायें आपको प्रेषित कर दी हैं,
कृपया ध्यान दीजियेगा
आपका ह्रदय से आभार !
namste ji maine apni rachnaayen bhej di hai ..aage bataye shukriya
आदरणीय आशा जी, विचारार्थ दो रचनाएँ भेजी है.... आशा है आपको पसंद आयेगी .
समय देने के लिए आभार । विचारार्थ दो रचनायें आपको प्रेषित की है। मार्गदर्शन करेंगे ऐसी आशा है । समय देने के लिए आपका पुन: आभार
maine teen gazale bheji hain
अखिल भारतीय साहित्यकला मंच
द्वारा
काठमाण्डु (नैपाल) में आयोजित
(अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी समारोह - 8 जून 2013 से 11 जून, 2013 तक)
इस समारोह में त्रिसुगंधि नामक काव्य संकलन/ संग्रह का विमोचन होना है । इस पुस्तक में प्रकाशन हेतु ओबीओ के रचनाकारों से उनकी मौलिक व अप्रकाशित रचनाएँ आमंत्रित की गई थी कुछ सदस्य जो नियमित रूप से अंतरजाल पर नहीं आ पाते उनने यह सूचना आज देखी ,व कई सदस्यों का आग्रह है की रचना भिजवाने की अन्तिम तिथि दो-तीन दिन बढाई जाये अत : निर्णायक मंडल ने तय किया है की यह तिथि 15/3/2013 से बढ़ा कर 18/3/2013 कर दी जाये। जी सदस्य रचना भिजवाने से वंचित रह गए वो अपनी रचनायें अब भिजवा सकते हैं इस नै निर्धारित तिथि तक .जो प्रिण्ट में प्रकाशित न हुई हों । वेब पर अपलोडेड रचनाएँ स्वीकार्य होंगीं । इच्छुक रचनाकार किसी एक विधा में अपनी दो रचनाएँ अपने संक्षिप्त जीवन-परिचय के साथ भेज दें ।
निर्णायक मंडल का निर्णय अंतिम होगा कि किन रचनाओं का चयन किया जय किनका नहीं .. हर रचना अपने आप में अच्छी होती है परन्तु पृष्ठ संख्या की सीमा होते हुवे उत्कृष्ट रचनाओं का ही चयन किया जाएगा रचनाकारों से अपेक्षा है वो इस निर्णय से सहमत होंगे
काव्य विधा हेतु तीन प्रभाग तय किये गये हैं - कविता ,गीत और ग़ज़ल
इन्ही तीन विधाओं की महक से महकेगी यह त्रिसुगंधि !
वंचित रचनाकारों की रचनाएँ अब हम तक 18/3/2013 तक अवश्य पंहुच जायें, ताकि अनुमोदित तथा स्वीकृत रचनाओं को संकलित कर संकलन-पुस्तक पर काम करने के लिए हमारे पास उपयुक्त समय रहे ।
प्रविष्टिभेजने हेतु मेल-आइडी - trisugandhi@gmail.com
आभार
आशा पांडेय ओझा
सह संयोजक
कृपया तिथि आगे बढ़ा दे तो आभारी रहूंगा।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
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