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सच की जीत मनाएँ हम

सच की जीत मनाएँ हम

टूटे दिलों को एक मनाएँ हम

आज के दिन को एकता के रूप मैं मनाएँ हम

हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एक होजाएँ हम

जीत हुई सच्चाई की

और रावण हार गया

छोड़ कर जीवन परलोक सिधार गया

सच्चाई के रखवालों ने

नेकी के करने वालों ने

एक एसा सबक़ सीखा दिया उसको

हमेशा के लिए मिटादिया उसको

सारे नेकी के करने वालों ने

उस को याद करेगें शेतानो मैं

राम का नाम रहेगा हर दिन बस भगवानो मैं

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मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 17, 2010 at 4:33pm
आज के दिन को एकता के रूप मैं मनाएँ हम
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एक हो जाएँ हम ,

बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदिल साहिब , अजी मैं तो कहता हूँ की हम लोग एक है ही, आज तक मैने नेताओं को छोड़ कर किसी के मुह से नहीं सूना कि हिन्दू , मुश्लिम , सिख , इसाई अलग अलग होते है , हम कल भी एक थे, आज भी एक है और कल भी एक ही रहेंगे |

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