For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

""ग़ज़ल कुम्भ २०१६ आयोजित
--------------------------------------------------

अंजुमन फ़रोग़-ए-उर्दू के तत्वावधान में वरिष्ठ ग़ज़लकार श्री दीक्षित दनकौरी की अगुआई में 09 जनवरी 2016 को अखिल भारतीय ग़ज़ल गोष्ठी 'ग़ज़ल-कुम्भ' का सफल एवं यादगार आयोजन, ईस्ट एण्ड क्लब, शाहदरा, दिल्ली मे किया गया ।
राष्ट्रीय स्तर आयोजित 'ग़ज़ल-कुम्भ' 9 जनवरी 2016 को दोपहर 2 बजे से आरम्भ होकर,
10 जनवरी 2016 को सुबह 7 बजे तक चला | इसमें ग़ज़लों की अनवरत धारा बहती रही और उपस्थित ग़ज़लगो इसमें सराबोर होते रहे | ग़ज़ल कुम्भ में देश के विभिन्न हिस्सों से आये करीब दो सौ शायरों और शायरात ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई ।
प्रति वर्ष आयोजित होने वाले चर्चित ग़ज़ल कुम्भ में इस वर्ष दो सत्र हुए ग़ज़ल-कुम्भ के प्रथम सत्र की अध्यक्षता, वरिष्ठ एवं प्रसिद्ध शायर, श्री सीमाब सुलतानपुरी ने की । बदायूँ से पधारे बुज़ुर्ग शायर श्री फ़हमी बदायूँनी इस सत्र के मुख्य अतिथि थे | चर्चित समकालीन शायर श्री कृष्ण कुमार नाज़ के संचालन मे ग़ज़ल-कुम्भ का प्रथम सत्र, दोपहर 2 बजे से आरम्भ होकर शाम 7 बजे तक चला । रात साढ़े आठ बजे ग़ज़ल-कुम्भ का दूसरा सत्र आरम्भ हुआ । वरिष्ठ कवि पदमभूषण श्री गोपालदास नीरज के सान्निध्य, और अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वरिष्ठ शायर पदमश्री जनाब बेकल उत्साही की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुए इस द्वितीय-सत्र का अत्यन्त कुशल संचालन प्रख्यात ग़ज़लकार श्री दीक्षित दनकौरी ने किया । इस अवसर पर नेपाल के प्रसिद्ध कवि श्री बसन्त कुमार चौधरी के काव्य-संग्रह 'आँसुओं की सियाही से' का लोकार्पण भी हुआ नेपाली कवि श्री बसंत चौधरी का यह पहला हिंदी काव्य संग्रह है | इसके उपरान्त ग़ज़ल-कुम्भ के द्वितीय-सत्र का रात 9 बजे से आरम्भ हुआ | ग़ज़ल पाठ का क्रम सुबह 7 बजे तक चलता रहा | ग़ज़ल कुम्भ में उपस्थित शायरों व शायरात में लक्ष्मी शंकर बाजपेयी , अशोक अंजुम , नीना शहर , मधु गुप्ता , नीलम मेंदिरात्ता , गीतिका वेदिका ,सन्दीप शजर, सन्तोष सिंह, ब्रजेश तरुवर, राशिद गुनावी ,जितेन्द्र राजपुरोहित, अभिनव अरुण , गोविन्द गुलशन ,मधुप मोहता , पुष्पेन्द्र पुष्प ,वैद्यनाथ सारथी , अनुराग गैर , राजेन्द्र कलकल ,चांदनी पाण्डेय , चाँद मुहम्मद आखिर ,तालिब तूफानी और मुनीश तनहा के नाम उल्लेखनीय हैं ।

- अभिनव अरुण , बनारस (उ.प्र.) |

Views: 138

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Abhinav Arun on February 11, 2016 at 1:52pm

जिस मंच पर ग़ज़ल कहने की शुरुआत की , जहां सीखा , उसे ही समर्पित !! आभार ओ बी ओ !!

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
46 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
48 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
48 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
49 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
50 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
2 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
4 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
5 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
9 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
11 hours ago
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
14 hours ago
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
14 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service