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पिता वह खूबसूरत नाम है उस इंसान का जो अपने बच्चों की सारी ख्वाहिशों को पूरी करने में दिन रात एक कर देते हैं, उनके लिए सारे कष्टों को झेलते हैं, उन्हें दो समय की भले ही न रोटी मिले पर कहीं न कहीं से वे अपने बच्चों का पेट भरने के लिए दो समय की रोटी का इंतजाम करते हैं। 

वे धूप, ठंडक, आंधी-तूफ़ान, बारिश, किसी की परवाह किये बगैर दिन-रात मेहनत करते हैं। वे भले ही कभी अच्छे स्कूल में न पढ़े हों पर अपने बच्चों को हमेशा अच्छे स्कूल में पढने के लिए भेजते हैं। ताकि वे पढ़ लिखकर कुछ बन सकें जैसी ज़िन्दगी उन्होंने जी है वैसी उनके बच्चे न जियें। 

माँ- बाप तो ईश्वर से भी बड़े हैं जो आपको एक नया जन्म देते हैं, आपको एक नयी दुनिया दिखाते हैं, आपको नया नया काम करने के लिए उत्साहित करते  रहते हैं। वे हर कदम दर कदम आपका साथ देते हैं, आपको कभी दुखी नहीं करते हैं। ईश्वर तो एक कल्पना है जिसे किसी ने नहीं देखा है और माँ -बाप तो साक्षात् ईश्वर का रूप है जिसे आप देख सकते हैं, छू सकते हैं, महसूस कर सकते हैं। आप किसी भगवान् की पूजा न करो बस सच्चे दिल से अपने माँ - बाप की सेवा करो देखो भगवान् तुमसे वैसे ही खुश हो जायेंगे। और जो माँ -बाप को रुलाकर भगवान् की पूजा करता है, व्रत रखता है भगवान् उससे खुश नहीं होते हैं कारण एक तरफ आप भगवान् रूपी माँ-बाप का निरादर करते हैं और दूसरी तरफ पूजा तो ईश्वर कैसे आप से खुश होगा आप खुद ही सोचिए। 

लेकिन हमारे महान देश में कुछ ऐसे बच्चे हैं जो अपने माता-पिता को कुछ नहीं समझते हैं कारण उनकी लाइफ स्टाइल या फिर गरीबी। मैं इन बच्चों के बारे में कुछ नहीं लिखूंगा बस एक नसीहत दूंगा की माता-पिता बहुत खुशनसीब लोगों को ही मिलते हैं और उनकी वैल्यू सिर्फ एक अनाथ ही समझ सकता है। 

 

पिता के बारे में और क्या लिखूँ, मुझे कुछ समझ में नहीं आता क्योंकि पिता उस हीरे के सामान है जिसकी वैल्यू सिर्फ एक जौहरी (अनाथ ) ही समझ सकता है।

मैं पापा के ऊपर कुछ पंक्तियाँ लिखी हैं जो मैं अपने पापा को father day पर गिफ्ट करना चाहता हूँ -

"दुनिया के सबसे प्यारे मेरे पापा 

कभी न करते किसी बात की न-न। 

अपने गम को हमसे छुपाकर, 

हमारी सारी ख्वाहिशों को पूरी करते। 

हमारे सारे कष्टों को सहते, 

ऐसे हैं हमारे प्यारे पापा। "

"मौलिक व अप्रकाशित"

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Comment by बृजेश नीरज on June 12, 2013 at 7:28am

Happy Fathers Day!

Comment by SAURABH SRIVASTAVA on June 10, 2013 at 7:47pm

aapka sabhi ka bahut dhanyawaad 

Comment by सूबे सिंह सुजान on June 10, 2013 at 4:06pm

पिता जीवन देने वाले हैं..एक आत्मा को पृथ्वी पर लाने वाले हैं..पिता का मूल्य...एक पिता जानता है...उसकी संतान में उसकी जान होती है।।।    आपको इस प्रस्तुति पर बधाई।

Comment by Shyam Narain Verma on June 10, 2013 at 12:14pm
इस प्रस्तुति हेतु बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएँ................

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