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दूध का क़र्ज़

गंगा नहा आए जमुना नहा आए -2
क़र्ज़ तेरे ढूध का माँ कोई चुका ना पाए-२
काशी जा आए,मथुरा जा आए-२
भूलते नहीं माँ तेरी ममता के साए-२
गंगा नहा आए ज----------------
(१) बिन तेर दुनियां में कोई ना मेरा-2
बिन तेर सूना माँ रैन बसेरा-2
नींद ना आए माँ अखियों में बिन तेरे-२
बिन तेरे लोरी माँ कोई सूना ना पाए-२
गंगा नहा आए ज---------------
(२)उंगली पकड़कर चलना सिखाया-२
हर दुःख ग़म से हमको बचाया-२
तू ही बचाए माँ हर इक मुसीबत से-२
तेरी कुर्वानियों को कोई ना भुला पाए-२
गंगा नहा आए ज---------------
(३)'दीपक कुल्लुवी' माँ तेरा है अपना -२
तेरे प्यार का देखे सपना-२
तेरी मुहब्बत का मोल नहीं कोई -२
तुझसे बच्चा कुछ ना छुपा पाए-2
गंगा नहा आए ज---------------

दीपक शर्मा कुल्लुवी
०९१३६२११४८६

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Comment

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Comment by Deepak Sharma Kuluvi on May 11, 2011 at 9:42am
WELL SAID BAGI JI

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on May 10, 2011 at 9:20pm
शानदार गीत, माँ का कर्ज जान देकर भी नहीं चुकता हो सकता | बधाई |

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