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आज नहीं चेते तो आखिर कब जागेंगे..??
कब हम आखिर हक़ से ,अपना हक़ मांगेंगे..??
कबतक देखेंगे राह किसी नयी आंधी की..??
बाट जोहेंगे कबतक हम एक नए गाँधी की ?
आओ आगे हाथ मिलाके साथ हों खड़े..
अन्ना हमारी खातिर आमरण अनशन पे हैं अडे..
नीव हिला दें दुनिया को दिखा दें..
'एक स्वर एक बात ' से भ्रष्टाचार मिटा दें.


आइये इस 'अन्ना की लहर ' को सुनामी बना दें ..
देश से भ्रष्टाचार की गुलामी हटा दें..

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Comment by Lata R.Ojha on April 9, 2011 at 1:56am
Dhanyavaad Saahil ji :)
Comment by Lata R.Ojha on April 9, 2011 at 1:55am
Aabhaar Ganesh bhai:)
Comment by Saahil on April 8, 2011 at 10:10pm
हम भी हैं अन्ना के साथ!

मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on April 8, 2011 at 8:29pm

आइये इस 'अन्ना की लहर ' को सुनामी बना दें ..
देश से भ्रष्टाचार की गुलामी हटा दें..

 

बिलकुल सही है, आखिर किसी को तो पहल करना ही था, नेताओ से तो यह संभव था नहीं, यह कार्य तो सामाजिक कार्यकर्ता ही  कर सकते है |

अच्छी रचना हेतु आभार |

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