For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

प्यारे भैया आ जाना

भाई है मेरा अटूट विश्वास
भाई संग रहे सुंदर अहसास
यही अहसास करा जाना
प्यारे भैया आ जाना


भाई मेरे कल का उज्जवल सपना
बनाए रखना सदा साथ अपना
सपना पूर्ण करा जाना
प्यारे भैया आ जाना


भाई हो दूर तो सूना मुझे लगे
बीते बचपन की यादें हैं जगे
बचपन याद दिला जाना
प्यारे भैया आ जाना


माँ के आंचल की छांव हो आप
हाथ हो सर पे जैसे माँ और बाप
फर्ज अपना निभा जाना
प्यारे भैया आ जाना


भाई मेरी शान है मैं उसकी आन
भाई के लिए अपनी वारूँ मैं जान
मेरी शान बढ़ा जाना
प्यारे भैया आ जाना


अपने भाई पर जायूं मैं वारी
उसके वादों पर मैं बलिहारी
वादा यह निभा जाना
प्यारे भैया आ जाना


एक सूत्र में बंधा अपना प्यार
बांधू हर वर्ष ही रक्षा का तार
रक्षासूत्र बंधवा जाना
प्यारे भैया आ जाना


अपना प्यार बंधा सूत्र में एक
भाई का साथ टाले बलाएँ अनेक
अबकी साथ निभा जाना
प्यारे भैया आ जाना

.......................................

मौलिक व अप्रकाशित 

Views: 714

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Sarita Bhatia on August 27, 2013 at 1:16pm

आदरणीय सौरभ जी उत्साहित करती हुई आपकी शुभाशीष बनी रहे यही कामना है 

Comment by Sarita Bhatia on August 27, 2013 at 1:14pm

आदरणीया वंदना जी हार्दिक आभार 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on August 26, 2013 at 7:39pm

भाई-बहन के सात्विक सम्बन्ध के परिप्रेक्ष्य में अपनी बातें साझा करता हुआ सुन्दर प्रयास.

शुभ-शुभ

Comment by Vindu Babu on August 21, 2013 at 6:43pm
प्रिय सरिता बहन आपकी रचना ने भावविभोर कर दिया।
भाई के लिए बहन की उमड़ती भावनाएं तो सिर्फ एक बहन का हृदय ही समझ सकता है,शब्दों में पूर्णतय: बांधना तो बड़ा मुश्किल लगता है।
रक्षाबन्धन की अनुपम् शभकामनाएं!
सादर
Comment by Sarita Bhatia on August 21, 2013 at 6:12pm

सभी दोस्तों की ह्रदय से आभारी हूँ ,आप सबको मेरी रचना पसंद आई तो समझ लो मेरे भाई को मेरी पाती मिल गई 

Comment by ram shiromani pathak on August 20, 2013 at 2:14pm

आदरणीया सरिता जी ,बहुत ही  सुन्दर रचना //हार्दिक बधाई आपको 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on August 20, 2013 at 11:39am

भाई बहन के प्रेम को समर्पित भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए हृदय से शुभकामनाएँ आ० सरिता जी 

Comment by कल्पना रामानी on August 20, 2013 at 11:04am

सुंदर भावपूर्ण कविता के लिए बहुत बधाई सरिता जी

सादर

Comment by Sulabh Agnihotri on August 20, 2013 at 10:19am

waaaaaaaaaah

Comment by annapurna bajpai on August 19, 2013 at 10:42pm

आदरणीया सरिता जी सुंदर भावों मे पगी भाई के लिए लिखी गयी स्नेह की पाती हेतु आपको बधाई ।

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Profile IconSarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
14 minutes ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब साथियो। त्योहारों की बेला की व्यस्तता के बाद अब है इंतज़ार लघुकथा गोष्ठी में विषय मुक्त सार्थक…"
15 hours ago
Jaihind Raipuri commented on Admin's group आंचलिक साहित्य
"गीत (छत्तीसगढ़ी ) जय छत्तीसगढ़ जय-जय छत्तीसगढ़ माटी म ओ तोर मंईया मया हे अब्बड़ जय छत्तीसगढ़ जय-जय…"
20 hours ago
LEKHRAJ MEENA is now a member of Open Books Online
Wednesday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शेर क्रमांक 2 में 'जो बह्र ए ग़म में छोड़ गया' और 'याद आ गया' को स्वतंत्र…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मुशायरा समाप्त होने को है। मुशायरे में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार। आपकी…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor updated their profile
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service