मेरा मज़हब सच्चा है
अमन सिखाता है
खूंरेजी से नफरत है हमें
और नाज़ है मुझे अपने मज़हब पर
कुछ लोग फैलाते हैं झूठी सच्ची कहानियां
कि हम दुश्मन हैं अमन के
कि हम नफरतें बांटते हैं
कि हमें क़द्र नहीं इंसानी जानों की
क़सम है मुझे अपने पुर अम्न मज़हब की
जो मुझे मिल जाएँ वो लोग जो फैलातें हैं ये…
ContinueAdded by saalim sheikh on May 25, 2015 at 11:51am — 3 Comments
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