For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

श्री सतीश मापतपुरी जी लिखते है कि.....

 

OBO  पर साहित्य की कई विधाएं, जैसे -गीत,कविता,ग़ज़ल, मुक्तक, लघुकथा आदि मौजूद है, कहानी भी एक सशक्त विधा है. धारावाहिक रूप में (क्रमश:) कहानी को OBO पर रखा जा सकता है की नहीं? OBO -सम्पादक- मंडल,
प्रधान सम्पादक, ADMIN तथा OBO परिवार के सभी सदस्यों की राय सादर
आमंत्रित है. मेरी राय है कि कहानी के बिना OBO में कुछ खाली -खाली
सा लगता है.

Views: 962

Replies to This Discussion

आदरणीय सतीश मापतपुरी जी, ओपन बुक्स ऑनलाइन अपने नाम की तरह ही ओपन है, यह आप का अपना परिवार है, OBO साहित्य की हर विधा का स्वागत करता है, OBO पर पूर्व मे कहानी और लघु कथा प्रकाशित हो चुके हैं और होते रहते हैं. यदि कोई साहित्यकार कोई लम्बी कहानी धारावाहिक के रूप मे पोस्ट करना चाहते हो तो उनका ह्रदय से स्वागत है, ब्लॉग section मे अपनी कहानी अंक-१,२,३,...... के साथ पोस्ट कर सकते है |

लघु कथा का एक विशेष आयोजन माह में एक बार रखा जा सकता है | यह अच्छी शुरुआत होगी !

 मैं अभिनवजी की बात का शत -प्रतिशत समर्थन करते हुए अपनी तरफ से भी इस आयोजन  की सिफारिश करता हूँ.

आदरणीय अरुण जी आपका सुझाव सदैव प्राप्त होते रहते है जिससे ओ बी ओ को ज्यादा बेहतर करने में सहयोग मिलता है, लघु कथा / कथा बहुत ही कम पोस्ट किये जाते रहे है, इसलिए मासिक रूप से आयोजन करने में हिचकिचाहट है, ऐसा न हो कि केवल दो-चार पोस्ट ही प्राप्त हो |

इसलिए मैं सदस्यों से आह्वान करता हूँ कि अधिक से अधिक अप्रकाशित लघु कथा ब्लॉग में पोस्ट करे, उचित संख्या में जब पोस्ट आने लगेंगे तो लघुकथा विशेष आयोजन किया जा सकेगा |

आदरणीय सतीश मापतपुरी जी आपका भी आभार |

के के बिरला पुरस्कार की सूचना के बारे में पढ़ा |अन्य इस प्रकार की सूचनाओं का आदान प्रदान हो तो अच्छा हो | ओ बी ओ लघु पत्र पत्रिकाओं में संपादक से पत्रव्यवहार कर परस्पर प्रचार प्रसार का रास्ता निकाल सकता है | इससे नए सदस्य जुड़ेंगे |

आपका सुझाव सराहनीय है | मिडिया से जुड़े सदस्यों से भी निवेदन है कि ओ बी ओ के बारे में आर्टिकल जहाँ संभव हो वहां प्रकाशित करे जिससे आपका ओ बी ओ परिवार और समृद्ध हो सके |

आदरणीय एडमिन सर!मेरा एक सुझाव है कि ओ.बी.ओ.प्रबंधन के तरफ से प्रतियोगिता,मुशायरा एवं महोत्सव के ही समान किसी निश्चित विषय विशेष पर निश्चित दिवसीय परिचर्चा का आयोजन भी किया जाना चाहिए।यथा-
1-स्वतंत्रता आन्दोलन में हिन्दी साहित्य की भूमिका।
2-दलित एवं साहित्य।
3-महिला एवं साहित्य।
4-'वियोगी होगा पहला कवि' कहां तक सच।
5-साहित्य बदलता है जमाना या जमाना साहित्य को।
6-साहित्य में समाज।
7-हिन्दी साहित्य और अंग्रेजी साहित्य:शिल्प,भाषा और कथ्य का तुलनात्मक अध्ययन।
8-बाल साहित्य की कमी क्यों?
9-अन्तर्जाल:साहित्य का नया आकाश।
आदि।
आदरणीय आप विचार करें की सुझाव उचित है यह नहीं।जहां तक मेरा मानना है ओ.बी.ओ. की गरिमा प्रतिष्ठित ही होगी।
सादर।

मेरी राय में किसी भी साहित्यिक मंच पर साहित्य की हर विधा के लिए स्थान होना चाहिए चाहे वह क्षणिका हो या नवगीत, लघुकथा या कहानी।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थित और मार्गदर्शन के लिए आभार। कुछ सुधार किया है…"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई अमीरुद्दीन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थित और मार्गदर्शन के लिए आभार। कुछ सुधार किया है…"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आ. भाई वृजेश जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। मतले में यदि उन्हें सम्बोधित कर रहे हैं…"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"अनुज बृजेश , पूरी ग़ज़ल बहुत खूबसूरत हुई है , हार्दिक बधाई स्वीकार करें मतले के उला में मुझे भी…"
4 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा दसक- गाँठ
"आदरणीय भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। दोहों पर उपस्थिति और विस्तार से सुझाव के लिए आभार। इंगित…"
6 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आ. बृजेश ब्रज जी,अच्छी ग़ज़ल हुई है. बधाई स्वीकार करें.मतले के ऊला में ये सर्द रात, हवाएं…"
7 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'

बह्र-ए-मुजतस मुसमन मख़बून महज़ूफमुफ़ाइलुन फ़इलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन1212  1122  1212  112/22ये सर्द…See More
7 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपके सकारात्मक प्रयास के लिए हार्दिक बधाई  आपकी इस प्रस्तुति पर कुछेक…"
8 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आपने, आदरणीय, मेरे उपर्युक्त कहे को देखा तो है, किंतु पूरी तरह से पढ़ा नहीं है। आप उसे धारे-धीरे…"
23 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service