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भोजपुरी साहित्य Discussions (246)

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Discussions Replies Latest Activity

..... अयिले मास फगुनवा न!

मौलिक व अप्रकाशित   गाँव की गोरी, जिसका पति परदेश में है, वह फागुन के महीने में कैसे तड़पती है, उसी का चित्रण इस लोकगीत में किया गया है! *…

Started by JAWAHAR LAL SINGH

4 Mar 14, 2013
Reply by JAWAHAR LAL SINGH

भोजपुरी फ़िल्म "बी डी ओ साहेब" में अश्लीलता की कोई जगह नहीं ....दिलीप कुमार (निर्माता)

माँ लक्ष्मी फिल्मस के बैनर तले राममनोहर कृत भोजपुरी फिल्म “बी डी ओ साहेब” की शूटिंग मार्च से शुरू होने  जा रही है | पूरे फिल्म की शूटिंग बि…

Started by Admin

2 Feb 18, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक-1 का परिणाम

साथियो ! दिनांक 24जनवरी 13 से 26 जनवरी के मध्य आयोजित त्रैमासिक  "ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक-1 का परिणाम प्रस्तुत है. ओबीओ प्रबं…

Started by Admin

11 Feb 11, 2013
Reply by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA

मुख्य प्रबंधक

"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक १ में आइल सभ रचना एके जगह

"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक १, दिनांक २४ जनवरी २०१३ दिन गुरूवार से २६ जनवरी २०१३ दिन शनिवार तक चलल, एह प्रतियोगिता में आइल कुल र…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

7 Feb 8, 2013
Reply by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी युगल गीत : फाँस मे साँस पड़ल...

पत्नी:- भईल बियाह कमात नईखs काहे, घरही में रहेलs लजात नईखs काहे, तीज के त्यौहार बा नया लुगा चाही, सोहाग सिंगार कईसे मेहंदी लगाईं, दोसरो के…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

23 Feb 2, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी ग़ज़ल ( गणेश जी "बागी" )

भोजपुरी ग़ज़ल ठेस जब दिल पर न लागल, मन अकुलाईल काहे | बात जब कुछुओ न रsहल, आँख लोराईल काहे || फांस लालच के फईलल बा, मना ओहर ह जाइल | बात स…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

25 Jan 28, 2013
Reply by Dr.Prachi Singh

मुख्य प्रबंधक

भोजपुरी लघुकथा : पकडुआ बियाह

                           आजु सुगनी नईहर आईल बिया, अपना कोठरी में जाते वोकर आंखि से झर-झर लोर चुवे लागल आ सात साल पहिले के बात सनीमा लेखा…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

23 Jan 27, 2013
Reply by sanjiv verma 'salil'

"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक-1

भोजपुरी साहित्य प्रेमी लोगन के सादर प्रणाम, जइसन कि रउआ लोगन के खूब मालूम बा, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार अपना सुरुआते से साहित्य-समर्थन आ साहि…

Started by Admin

232 Jan 26, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

भोजपुरी दोहा : संजीव वर्मा 'सलिल'

दोहा का रंग भोजपुरी के संग: संजीव वर्मा 'सलिल' सोना दहल अगनि में, जैसे होल सुवर्ण. भाव बिम्ब कल्पना छुअल, आखर भयल सुपर्ण.. * सरस सरल जब-…

Started by sanjiv verma 'salil'

0 Jan 23, 2013

मुख्य प्रबंधक

कम उमिर में बियाह के फायदा (भोजपुरी व्यंग)

कम उमिर में बियाह के फायदा (भोजपुरी व्यंग)   ललउ काका आजू खीस में आग भउरा भईल रहन, आपन बड़का लईका के मन भर गाजत रहन, हमरा बात ना बुझाइल त त…

Started by Er. Ganesh Jee "Bagi"

7 Dec 24, 2012
Reply by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA

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तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

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दोहा सप्तक. . . . विविधमुश्किल है पहचानना, जीवन के सोपान ।मंजिल हर सोपान की, केवल है  अवसान…See More
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