For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

वाह रे उद्योगपति कईलs लोग बढ़िया काम ,
शहद में जहर मिलवलs कईलs अइसन काम,
हमनी के विश्वास कईनीसन आँख बंद करी के ,
दुश्मन दोस्त खुबे लुटलs हमदर्द बनी के ,
इ हिंदुस्तान के आगे वाला लोग कईलस काम ,
वाह रे उद्योगपति कईलs लोग बढ़िया काम ,
सिखावेलन उहो हमनी के बढ़िया काम करिहs,
देश के हित में तूहु बढ़िया नाम करिहs,
का पता उहो हमनी के जहरे पिलाईहsन ,
नाम रही शहद के मीठा जहर खिलइहsन ,
फांसी पे चढ़ावे के चाही जे करे अईसन काम ,
वाह रे उद्योगपति कईलs लोग बढ़िया काम ,

Views: 807

Replies to This Discussion

ka bat ba bahut badhia
आदरणीय गुरु जी आपकी कविता बहुत कुछ कह जाती है किन्तु वर्तनी सम्बन्धी त्रुटी अच्छी रचना को भी बर्बाद कर देती है , मैं आप की रचना को शुद्ध करने का प्रयास किया हूँ , एक बार देखे कि कितनी त्रुटी है आपकी रचना मे...............

वाह रे उद्योगपति कईलs लोग बढ़िया काम ,
शहद में जहर मिलवलs कईलs अइसन काम,
हमनी के विश्वास कईनीसन आँख बंद करी के ,
दुश्मन दोस्त खुबे लुटलs हमदर्द बनी के ,
इ हिंदुस्तान के आगे वाला लोग कईलस काम ,
वाह रे उद्योगपति कईलs लोग बढ़िया काम ,
सिखावेलन उहो हमनी के बढ़िया काम करिहs,
देश के हित में तूहु बढ़िया नाम करिहs,
का पता उहो हमनी के जहरे पिलाईहsन ,
नाम रही शहद के मीठा जहर खिलइहsन ,
फांसी पे चढ़ावे के चाही जे करे अईसन काम ,
वाह रे उद्योगपति कईलs लोग बढ़िया काम ,
dhanyabad sir ji
Wah! Bahut badhiya rachna ba.

Wow, kudos to the industrious spirit of these entrepreneurs! Their remarkable work not only drives economic growth but also inspires innovation and progress. It's incredible to witness their dedication shaping industries and creating opportunities. Their efforts pave the way for a brighter future, showcasing the power of human ingenuity. Truly, these industrialists are the backbone of our society, and their contributions are invaluable. Keep up the great work, and continue to inspire us all with your passion and determination!

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं हम कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२जब जिये हैं दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं हम कान देते आपके निर्देश हैं…See More
4 hours ago
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
yesterday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"असमंजस (लघुकथा): हुआ यूॅं कि नयी सदी में 'सत्य' के साथ लिव-इन रिलेशनशिप के कड़वे अनुभव…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब साथियो। त्योहारों की बेला की व्यस्तता के बाद अब है इंतज़ार लघुकथा गोष्ठी में विषय मुक्त सार्थक…"
Thursday
Jaihind Raipuri commented on Admin's group आंचलिक साहित्य
"गीत (छत्तीसगढ़ी ) जय छत्तीसगढ़ जय-जय छत्तीसगढ़ माटी म ओ तोर मंईया मया हे अब्बड़ जय छत्तीसगढ़ जय-जय…"
Thursday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service