For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

मैं ललित मोदी नहीं हूं, मैं सुरेश कलमाड़ी हूं? और मैं शीला दीक्षित ( हास्य व्यंग )

मैं ललित मोदी नहीं हूं कि कोई मुझे बर्खास्त कर सकता है? मैं सुरेश कलमाड़ी हूं, भाई सुरेश कलमाड़ी मेरा नाम है, मै चाहे जितना भी घोटाला कर लू कोई मॉ का लाल नहीं कि मुझे बर्खास्त कर सके, बर्खास्त करना तो दूर की बात है मेरा कोई एकाउंट सील करा के तो देखे और मै आपको ये भी बता देता हूँ कि मेरे बैंक एकाउंट में अरबो रूपया गैर कानूनी है। ललित मोदी को बर्खास्त कर दिए तो क्या मुझे भी कर देगा क्या कोई ? किसी कि मजाल नहीं है। मैं सबकी पोल खोल के रख दूंगा, इस हमाम में सभी नंगे है।

और मैं शीला दीक्षित हूँ , दिल्ली प्रदेश की महारानी साहिबा , यहाँ मेरी इजाजत के बिना एक परिन्दा भी पर नहीं मार सकता, दिल्ली की जनता मेरी गुलाम है। यह मणिशंकर की क्या औकात, उनको तो मेरा बेटा संजीव दीक्षित भी गम्भीरता से नहीं लेता तो मै उसकी बातों का क्या परवाह करुँगी ? उनको आज कल कमाने और लूटने को नहीं मिल रहा है तो वो मुंह फाड़ रहे है।

जब मेरा सुप्रीम कोर्ट कुछ नहीं बिगाड़ सकती तो और किसी की क्या मजाल? कोर्ट में ये साबित हो गया कि दिल्ली प्रदेश के 80 प्रतिशत अधिकारी भ्रष्ट है तो भी मै अभी दिल्ली प्रदेश में अपनी मनमानी से सरकार चला रही हूँ । दिल्ली प्रदेश से मैने 35000 हजार घरों को तोड़वा दिया, तब तो कोई कुछ कर ही नहीं सका। मैं दिल्ली को अमीरो की दिल्ली बनाना चाहती
हूँ । तभी तो मैं उनसे मोटा पैसा वसूल कर सकती हूँ , नहीं तो ये गरीब-भीगमंगी जनता क्या देगी, इसीलिए इस कॉमनवेल्थ खेल के बहाने सबको बाहर का रास्ता दिखा दिया और कुछ इस महंगाई की मार ने दिल्ली को छोड़ने को मजबूर करवा दिया।

मुझे तो अपने क्रांग्रेसी साथियों से बस इतना ही कहना है कि सयंम रखे सबको अपना जेब भरने का मौका मिलेगा। वो भी एक दिन मलाई खाएगे, और अपना बैंक बैलेंस करेगें। अभी तो मेरा राज्य है और मुझे लूटने दो।"

Views: 710

Reply to This

Replies to This Discussion

jai ho kuldeep bhai ki,
आदरणीय कुलदीप कुमार जी, सर्वप्रथम मैं ओपन बुक्स ऑनलाइन के मंच पर आपके पहले पोस्ट का स्वागत करता हूँ , बहुत ही बढ़िया हास्य व्यंग आपने लिखा है , पाठको से भी मेरा निवेदन है की इस हास्य व्यंग को हास्य के रूप मे ही पढ़े,कुलदीप जी की रचनाओ और लेखो का आगे भी हम सब को इन्तजार रहेगा, धन्यवाद,
bahut badhiya wyang hai.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"आदरणीय  उस्मानी जी डायरी शैली में परिंदों से जुड़े कुछ रोचक अनुभव आपने शाब्दिक किये…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"सीख (लघुकथा): 25 जुलाई, 2025 आज फ़िर कबूतरों के जोड़ों ने मेरा दिल दुखाया। मेरा ही नहीं, उन…"
Wednesday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"स्वागतम"
Tuesday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

अस्थिपिंजर (लघुकविता)

लूटकर लोथड़े माँस के पीकर बूॅंद - बूॅंद रक्त डकारकर कतरा - कतरा मज्जाजब जानवर मना रहे होंगे…See More
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई ग़ज़ल की सराहना  के लिए आपका हार्दिक आभार "
Tuesday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
Sunday
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service