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योगराज प्रभाकर's Discussions (10,563)

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सदस्य टीम प्रबंधन

"अरविन्द जी //हवा करती है सरगोशी,बदन ये काँप जाता है गुलों के दरमियाँ तेरा तराना याद…"

योगराज प्रभाकर replied Nov 22, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

सदस्य टीम प्रबंधन

"अनिता जी //तुम्हारे दिल की धड़कन को मेरा दिल भांप जाता है हवा करती है सरगोशी बदन ये…"

योगराज प्रभाकर replied Nov 22, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

सदस्य टीम प्रबंधन

"वाह वाह वाह डॉ त्रिपाठी जी, क्रिकेट को समर्पित आपके शेरों का भी जवाब नहीं !"

योगराज प्रभाकर replied Nov 22, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

सदस्य टीम प्रबंधन

"//हराया है तुफ़ानों को मगर ये क्या तमाशा है हवा करती है सरगोशी बदन ये कांप जाता है।//…"

योगराज प्रभाकर replied Nov 22, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

सदस्य टीम प्रबंधन

"वाह भाई जी वाह ! एक एक शेअर सवा सवा लाख का है !"

योगराज प्रभाकर replied Nov 22, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

सदस्य टीम प्रबंधन

"अँधेरे की तन्हाई में तू जब भी याद आता है| हवा करती है सरगोशी बदन ये काँप जाता है|१|…"

योगराज प्रभाकर replied Nov 22, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

"आपकी इस सुन्दर काव्यांजली के लिए दिल से ममनून हूँ रवि भाई !"

योगराज प्रभाकर replied Nov 19, 2010 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"ह्रदय से आभार आपका नीलम जी !"

योगराज प्रभाकर replied Nov 19, 2010 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"भाई राकेश गुप्ता जी, तह-ए-दिल से शुक्रिया आपकी शुभकामनायों के लिए !"

योगराज प्रभाकर replied Nov 19, 2010 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"बहुत बहुत धन्यवाद प्रीतम भाई !"

योगराज प्रभाकर replied Nov 19, 2010 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

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