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Ashok Kumar Raktale's Discussions (6,391)

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"आदरणीय डॉ. विजय शंकर जी सादर, बहुत कम पंक्तियों में आपने किसान की दुर्दशा के कारणों…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय  चौथमल जैन साहब सादर, प्रदत्त विषय पर सुंदर तुकांत रचना हुई है. थोड़ा समय और द…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय हेमंत शर्मा जी सादर, छोटे किसानों की स्थिति का बखूबी चित्रण करता अतुकांत कुछ…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय सतविन्द्र कुमार जी सादर, बहुत सुंदर गीत रचा है, एक दो जगह शब्द संयोजन कुछ कमज…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"कभी काटता है फसल, कभी त्यागता जान | कोई नहीं किसान की , हालत से अनजान || आदरणीय  सम…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"चीर रहा वह विस्तृत भू को, गिरे स्वेद उसके तन से छन | झेल थपेड़े सदा प्रकृति के, करे स…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"जोताई-बोआई कहीं , निंदाई रोपाई कहीं , कहीं उठे घूसखोरी, कर्म पे सवाल हैं | कोई है चु…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आनी जानी  हैं ऋतुएँ सब, हो जाती कुछ ख़ास तब किसान के मन जगती है, थोड़ी-थोड़ी आस ||   जे…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 13, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" डायमण्ड जुबली अंक

970 Jan 15, 2017
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय समर कबीर साहब सादर नमस्कार, मशहूर शायर जनाब जहीर कुरैशी साहब ने आपके विषय में…"

Ashok Kumar Raktale replied Jan 12, 2017 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"'व्यथित मन' सुंदर रचना है आदरणीय सुशील सरना जी राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित होने पर…"

Ashok Kumar Raktale replied Dec 26, 2016 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

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२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
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"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
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pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
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"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
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मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
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