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मिथिलेश वामनकर's Discussions (7,367)

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"आप भाई जी की देखभाल करे। उन्हें स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा। सादर"

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
Reply by MAHIMA SHREE

"आदरणीय लक्ष्मण जी सराहना के लिए बहुत बहुत आभार, हार्दिक धन्यवाद "

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"न याद अहद दिलाया यही ख़याल रहानज़र मिला के उसे कौन शर्मसार करे।... ये शेर भी कमाल हु…"

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"आदरणीय हरजीत सिंह जी सही कहा आपने यहाँ सीखने के लिए ज्ञान का भण्डार है. एक निवेदन है…"

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"आदरणीय हरजीत सिंह खालसा जी सराहना के लिए हार्दिक आभार "

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"आदरणीय शिज्जु भाई जी ग़ज़ल संशोधित कर ली है - जो आसमां के लिए ये चमन निसार करे कहाँ क…"

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी वाह मतले ही मतले और शेर ही शेर ... सुन्दर ग़ज़ल हुई है हार्दिक…"

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"पँहुचना है मुझे मंजिल पे वक़्त से अपनी.....अभी दुबारा गुनगुनाने पर सही लग रहा है."

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"उजालें और करें की बिंदी हटा दी है."

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
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"आदरणीय Rana Pratap Singh सर, आपने इस प्रयास को पसंद किया, हार्दिक आभार . आदरणीय वीनस…"

मिथिलेश वामनकर replied Jan 31, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-55

567 Jan 31, 2015
Reply by MAHIMA SHREE

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"वाह वाह ..  प्रत्येक बंद सोद्देश्य .. आदरणीय लक्ष्मण भाईजी, आपकी रचना के बंद सामाजिकता के…"
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Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 172 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अशोक भाई साहब, आपकी दूसरी प्रस्तुति पहली से अधिक जमीनी, अधिक व्यावहारिक है. पर्वो-त्यौहारों…"
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