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Er. Ganesh Jee "Bagi"'s Discussions (8,124)

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"आज सब कुछ भा रहा है, याद  बचपन  आ  रहा है,   सच शारदा दीदी , आपकी रचना सचमुच बचपन क…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
Reply by Admin

"वंदना जी, यह कविता तो चित्र पठ की तरह है , लेखन शैली ऐसी की पूरा मंजर आँखों के सामने…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
Reply by Admin

"आहा , भावनाओं की अच्छी अभिव्यक्ति है , इस प्रस्तुति को पढ़कर एक बेहद खुबसूरत गीत याद…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
Reply by Admin

"धर्मेन्द्र भाई, बहुत ही उम्द्दा ग़ज़ल की प्रस्तुति दी है आपने , अलफ़ाज़ वो सोने से मढ़ा…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
Reply by Admin

"अमितेश जी , बहुत ही करीने से आपने यादों को समेटा है , बहुत ही खुबसूरत रचना , बधाई इस…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 7, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
Reply by Admin

"वोहो क्या ग़ज़ल कही है आपने , सभी के सभी शे'र दहाड़ रहे है , विस्तृत टिप्पणी तो अमरीश…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 6, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
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"बिरह काल को चित्रित करती खुबसूरत अभिव्यक्ति, सुंदर ख्यालात है , बधाई स्वीकार करे वीर…"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 6, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
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"वंदना जी बहुत ही भावपूर्ण और सारगर्भित रचना | बहुत बहुत बधाई |"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 6, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
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"बच के गुरु जी , कही गुरुआइन ना पढ़ ले |"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 6, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
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"सुंदर रचना , छोटी किन्तु सारगर्भित , शुक्रिया !"

Er. Ganesh Jee "Bagi" replied May 6, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ७ (Now Closed)

355 May 8, 2011
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