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दिगंबर नासवा's Discussions (471)

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"मुझे ये डर है कि बेमौत मर न जाएं हम।इक आफताब के बेवक्त डूब जाने से। .. लाजवाब है गि…"

दिगंबर नासवा replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"मतले के शेर से हुई शुरुआत ... फिर गिरह का लाजवाब शेर ...  दिली दाद कबूल करें संजय जी…"

दिगंबर नासवा replied Oct 31, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"नहीं वो काम करेगा कभी उठाने से जो सो रहा है अभी भी किसी बहाने से   तमाम शहर पे हैवान…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"जवान बेटी की शादी की फिक्र है शायदवो रात को भी न आता है कारखाने से ... कितनी हकीकत ल…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"हमारे घर में अंधेरों के रक्स होते हैं,इक आफताब के बेवक्त डूब जाने से .. क्या गिरह बा…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"तू आ, कभी तो उतर ,छत पे चाँदनी मेरी उजाला दूधिया देखा नही जमाने से .. प्रेम की सरहद…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"उठा न सूर्य मगर रौशनी दिखी सबकोकरिश्मा ये भी हुआ दीप आजमाने से। .. मतले से ही जो सम…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"किसी से कर न सका दर्द मैं बयां अपना न निकली हसरते-दिल भी किसी बहाने से .. इस गज़ल के…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"नई किताब के सफ्हे लगे पुराने से,ग़ज़ल कहेगी हमें अब नए बहाने से.... लाजवाब मतला ... पू…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

"बुझे अलाव हैं सपने मगर अहद अपना मिली हवा तो रुकेंगे न मुस्कुराने से .. वाह ... क्या…"

दिगंबर नासवा replied Oct 30, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-40

808 Oct 31, 2013
Reply by सन्दीप सिंह सिद्धू "बशर"

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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
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"असमंजस (लघुकथा): हुआ यूॅं कि नयी सदी में 'सत्य' के साथ लिव-इन रिलेशनशिप के कड़वे अनुभव…"
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