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Chetan Prakash's Discussions (691)

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"धन्यवाद,  आज़ाद तमाम भाई ग़ज़ल को समय देने हेतु !"

Chetan Prakash replied Aug 24 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182

96 Aug 24
Reply by Tilak Raj Kapoor

"आदरणीय तिलक राज कपूर साहब,  आपका तह- ए- दिल आभारी हूँ कि आपने अपना अमूल्य समय देकर म…"

Chetan Prakash replied Aug 24 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182

96 Aug 24
Reply by Tilak Raj Kapoor

"मतला नहीं हुआ,  जनाब  ! मिसरे परस्पर बदल कर देखिए,  कदाचित कुछ बात  बने ! दूसरा, मतल…"

Chetan Prakash replied Aug 23 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182

96 Aug 24
Reply by Tilak Raj Kapoor

"आराम  गया  दिल का  रिझाने के लिए आ हमदम चला आ दुख वो मिटाने के लिए आ  है ईश तू जग क…"

Chetan Prakash replied Aug 23 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182

96 Aug 24
Reply by Tilak Raj Kapoor

"मतला बहुत खूबसूरत हुआ,  आदरणीय भाई,  नीलेश ' नूर! दूसरा शे'र भी कुछ कम नहीं हुआ।  दू…"

Chetan Prakash replied Aug 23 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182

96 Aug 24
Reply by Tilak Raj Kapoor

"राखी     का    त्योहार    है, प्रेम - पर्व   उपहार  ! जन्म - जन्म का प्यार फिर, मुखर…"

Chetan Prakash replied Aug 9 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-177

5 Aug 10
Reply by Gajendra shrotriya

"आदरणीय,  क्षमा करे, किन्तु  "अजनवी" जैसा कोई  शब्द मैंने  पहली  बार  पढ़ा  है,  कृपय…"

Chetan Prakash replied Jul 27 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181

39 Jul 27
Reply by Jaihind Raipuri

"आदरणीय,  विद्यार्जन करते समय, "साप्ताहिक हिन्दुस्तान" नामक पत्रिका मैं आपकी कई ग़ज़ल…"

Chetan Prakash replied Jun 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"आदरणीया, पूनम मेतिया, अशेष आभार  आपका ! // खँडहर देख लें// आपका अभिप्राय समझ नहीं पा…"

Chetan Prakash replied Jun 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

"" वहाँ मैं भी पहुँचा मगर धीरे धीरे" मुहब्बत  घटी   घर  इधर  धीरे  धीरे । मयार अब अन…"

Chetan Prakash replied Jun 28 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180

71 Jun 28
Reply by Tilak Raj Kapoor

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Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हर सिम्त वो है फैला हुआ याद आ गया ज़ाहिद को मयकदे में ख़ुदा याद आ गया इस जगमगाती शह्र की हर शाम है…"
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Vikas replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"विकास जोशी 'वाहिद' तन्हाइयों में रंग-ए-हिना याद आ गया आना था याद क्या मुझे क्या याद आ…"
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Tasdiq Ahmed Khan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"ग़ज़ल जो दे गया है मुझको दग़ा याद आ गयाशब होते ही वो जान ए अदा याद आ गया कैसे क़रार आए दिल ए…"
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Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221 2121 1221 212 बर्बाद ज़िंदगी का मज़ा हमसे पूछिए दुश्मन से दोस्ती का मज़ा हमसे पूछिए १ पाते…"
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Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेंद्र जी, ग़ज़ल की बधाई स्वीकार कीजिए"
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Manjeet kaur replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"खुशबू सी उसकी लाई हवा याद आ गया, बन के वो शख़्स बाद-ए-सबा याद आ गया। वो शोख़ सी निगाहें औ'…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"हमको नगर में गाँव खुला याद आ गयामानो स्वयं का भूला पता याद आ गया।१।*तम से घिरे थे लोग दिवस ढल गया…"
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"221    2121    1221    212    किस को बताऊँ दोस्त  मैं…"
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Mahendra Kumar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"सुनते हैं उसको मेरा पता याद आ गया क्या फिर से कोई काम नया याद आ गया जो कुछ भी मेरे साथ हुआ याद ही…"
13 hours ago
Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।प्रस्तुत…See More
13 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"सूरज के बिम्ब को लेकर क्या ही सुलझी हुई गजल प्रस्तुत हुई है, आदरणीय मिथिलेश भाईजी. वाह वाह वाह…"
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