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Ashok Kumar Raktale's Discussions (6,371)

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"चाँद जब तक सामने था कुछ कदर तुमने न की  चांदनी क्या ढूंढते हो बदलियाँ  छाने के बाद .…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"चाँद जब तक सामने था कुछ कदर तुमने न की  चांदनी क्या ढूंढते हो बदलियाँ  छाने के बाद .…"

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1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"आदरणीय लक्षमण  धामी जी सादर, बढ़िया गजल कही है ! बहुत बधाई स्वीकारें. सादर."

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"और बढ़ जाती हैं उस अल्लाह से नज़दीकियाँ, आदमी होता फ़रिश्ता इश्क़ हो जाने के बाद |......…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"वहशतों की तुम इबारत लिख रहे हो बारहा ,सोच कर जन्नत मिलेगी तुम को मर जाने के बाद !!..…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"माँ परिण्डे बाँधती थी जिस शज़र की शाख से बाबूजी गुमसुम रहे वो पेड़ कटवाने के बाद....…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"बज़्म की आराइयाँ आँखों में चुभती हैं मेरी और भी ज्यादा मचलता हूँ यहाँ आने के बाद....…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"जल गयी रातें सुहानी दिन सुनहरे गल गये बेवफा जब हँस दिया वादे वो झुठलाने के बाद......…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"आदरणीय मोहन बेगोवाल  जी सादर, सुन्दर गजल कही है, बाकी आदरणीय निलेश जी ने कह ही दिया…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

"कल करेंगे ‘कल्पना’, हम आदि से कहते रहे, कब मिला वो ‘कल’ हमें, यह ‘आज’ टरकाने के बाद।…"

Ashok Kumar Raktale replied Aug 30, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" गोल्डन जुबली अंक (Now Closed)

1303 Aug 31, 2014
Reply by Amit Kumar "Amit"

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