For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Mohammed Arif's Discussions (2,491)

Discussions Replied To (2219) Replies Latest Activity

"आदरणीय सत्यनारायण सिंह जी आदाब,                 बहुत ही प्यारा , सरल-सरस गीत । यह गी…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आदरणीय गंगाधर जी आदाब,                    थोड़ी शिकायत , थोड़ी राहत और कुछ-कुछ में सबक…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

" वास्तविक दीपावली को तलाश करती बहुत ही बेहतरीन रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आशा के संचार और उल्लास की रंगोली में डूबु बेहतरीन गीतिका के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"दीपावली के उल्लास में डूबी और सीख-संदेश देती बहुत ही प्यारी ग़ज़ल के लिए ढेरों मुबारकब…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"बहुत ही कटाक्षपूर्णा और सोचने पर मज़बूर करती रचना । आज के प्रदूषित माहौल में  दीप की…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"बहुत ही कटाक्षपूर्ण रचना । काश !  राजा के राज में सबकुछ ऐसा हो जाए तो राजा रात दिन घ…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"अपनी अमूल्य टिप्पणी से रचना का मान बढ़ाने का हार्दिक आभार आदरणीय अखिलेश जी ।        …"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"अपनी समीक्षात्मक टिप्पणी से अलंकारित करने का हार्दिक आभार आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी ज…"

Mohammed Arif replied Nov 9, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"क्षणिकाएँ --------------------(1) दीपोत्सव के उजास में अंधकार भी फैला रहता है बेबस औ…"

Mohammed Arif replied Nov 8, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-97

316 Nov 11, 2018
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय "
13 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
14 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपसे मिले अनुमोदन हेतु आभार"
22 hours ago
Chetan Prakash commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"मुस्काए दोस्त हम सुकून आली संस्कार आज फिर दिखा गाली   वाहहह क्या खूब  ग़ज़ल '…"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा दशम्. . . . . गुरु

दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
Wednesday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आपको प्रयास सार्थक लगा, इस हेतु हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी. "
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
Wednesday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
Tuesday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service