For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बृजेश नीरज's Discussions (2,094)

Discussions Replied To (1397) Replies Latest Activity

"वाह! रंगों का सटीक विवरण। दिल छू गयीं पंक्तियां।"

बृजेश नीरज replied Mar 10, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"''क्षुब्धता'' का रंग से क्या लेना देना  वो सिर्फ ''चिढे'' हुए हैं  बहुत सुन्दर!"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आपका बहुत आभार!"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आपका बहुत आभार!"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय बागी जी, आपका आभार! आपको रचना अच्छी लगी मेरा लिखना सार्थक हुआ।"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आपका बहुत आभार!"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आपका बहुत आभार!"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"हालांकि यहां खुशियों का माहौल है फिर भी मेरी कल्पना में उत्सव में विरह का भाव उभर आ…"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय लक्ष्मण जी, आपका बहुत आभार! ये पंक्तियां मुझे भी बहुत रूचती हैं।"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आपका आभार!"

बृजेश नीरज replied Mar 9, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 29 (Now closed with 846 Replies)

846 Mar 11, 2013
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
18 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
18 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आपको प्रयास सार्थक लगा, इस हेतु हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी. "
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
yesterday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
yesterday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। सुंदर, सार्थक और वर्मतमान राजनीनीतिक परिप्रेक्ष में समसामयिक रचना हुई…"
Tuesday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२/२१२/२१२/२१२ ****** घाव की बानगी  जब  पुरानी पड़ी याद फिर दुश्मनी की दिलानी पड़ी।१। * झूठ उसका न…See More
Monday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-125 (आत्मसम्मान)
"शुक्रिया आदरणीय। आपने जो टंकित किया है वह है शॉर्ट स्टोरी का दो पृथक शब्दों में हिंदी नाम लघु…"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-125 (आत्मसम्मान)
"आदरणीय उसमानी साहब जी, आपकी टिप्पणी से प्रोत्साहन मिला उसके लिए हार्दिक आभार। जो बात आपने कही कि…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service