For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Sushil Sarna's Discussions (1,412)

Discussions Replied To (1176) Replies Latest Activity

"आदरणीय समर कबीर साहिब आपको सपरिवार ईद मुबारक़।  अल्लाह आपकी जीवन और परिवार को खुशियां…"

Sushil Sarna replied Jun 27, 2017 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"आदरणीय     laxman dhami   जी भावों को मान देने का हार्दिक आभार सर।"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"आदरणीय     Mahendra Kumar   जी भावों को मान देने का हार्दिक आभार सर।"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"आदरणीय योगराज प्रभाकर जी भावों को मान देने का हार्दिक आभार सर।"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"आदरणीय अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव जी भावों को मान देने का हार्दिक आभार सर।"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"आदरणीय सतविन्द्र कुमार जी भावों को मान देने का हार्दिक आभार सर।"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"आदरणीय Tasdiq Ahmed Khan जी भावों को मान देने का हार्दिक आभार सर।"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"प्रदत विषय को जीवंत करती इस सुंदर प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय। "

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"नफ़रत हो या प्रीत कलम तू लिख देनामत होना भयभीत कलम तू लिख देना जीवन की हो राह अगन या…"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

"अमर कलम ... चलो आओ अब सो जाएँ अश्रु के सीमित कणों में खो जाएँ घन सी वेदना के तिमिर…"

Sushil Sarna replied Jun 10, 2017 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-80

257 Jun 10, 2017
Reply by Tasdiq Ahmed Khan

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब साथियो। त्योहारों की बेला की व्यस्तता के बाद अब है इंतज़ार लघुकथा गोष्ठी में विषय मुक्त सार्थक…"
2 hours ago
Jaihind Raipuri commented on Admin's group आंचलिक साहित्य
"गीत (छत्तीसगढ़ी ) जय छत्तीसगढ़ जय-जय छत्तीसगढ़ माटी म ओ तोर मंईया मया हे अब्बड़ जय छत्तीसगढ़ जय-जय…"
8 hours ago
LEKHRAJ MEENA is now a member of Open Books Online
yesterday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शेर क्रमांक 2 में 'जो बह्र ए ग़म में छोड़ गया' और 'याद आ गया' को स्वतंत्र…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मुशायरा समाप्त होने को है। मुशायरे में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार। आपकी…"
Sunday
Tilak Raj Kapoor updated their profile
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। समाँ वास्तव में काफिया में उचित नही…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service