For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

डॉ आशुतोष वाजपेयी की २ पुस्तकों का लोकार्पण

Event Details

डॉ आशुतोष वाजपेयी की २ पुस्तकों का लोकार्पण

Time: September 1, 2013 from 5pm to 7pm
Location: Niralaa Sabhaagaar, Hindi Sansthaan, Lucknow
Street: Hazarat Ganj
City/Town: Lucknow
Phone: 9335903222
Event Type: lokarpan
Organized By: Chetnaa Sahitya Parishad
Latest Activity: Sep 1, 2013

Export to Outlook or iCal (.ics)

Event Description

समस्त ओ बी ओ परिवार को सूचित करते हुए अपार हर्ष का अनुभव कर रहा हूँ की मेरी दो पुस्तकों 'नक्षत्र विमर्श' जो ज्योतिष का ग्रन्थ है तथा 'छन्द काव्यामृत' जो सवैया और घनाक्षरी छन्दों का मेरा संग्रह है का लोकार्पण दिनांक १ सितम्बर २०१३ को होना सुनिश्चित हुआ है जो लखनऊ के हिन्दी संस्थान के मालवीय सभागार में सायंकाल ५ बजे होगा समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. ब्रिजेश कुमार शुक्ल आचार्य, संस्कृत विभाग एवं संयोजक ज्योतिर्विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ......विशिष्ट अतिथि प्रो. (डॉ.) इन्दू नारायण वाजपेयी, पूर्व विभाध्यक्ष, न्यूरोसर्जरी, गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज एवं लाला लाजपत राय हॉस्पिटल, कानपुर होंगे. समारोह की अध्यक्षता अखिल विश्व हिन्दी समिति के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष और लखनऊ के पूर्व नगर प्रमुख डॉ दाऊ जी गुप्ता करेंगे....समस्त कार्यक्रम चेतना साहित्य परिषद् के तत्त्वावधान में होंगे
आप समस्त मित्रगणों से विनम्र निवेदन है की दिनांक १ सितम्बर २०१३ को सायंकाल ५ बजे निराला सभागार, हिन्दी संस्थान, हज़रतगंज (जिलाधिकारी आवास के सामने) लखनऊ में अपनी मंगलमयी उपस्थिति सुनिश्चित कर के मुझे सृजन के क्षेत्र में सम्बल प्रदान कर अनुगृहीत करें.

Comment Wall

Comment

RSVP for डॉ आशुतोष वाजपेयी की २ पुस्तकों का लोकार्पण to add comments!

Join Open Books Online


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on September 1, 2013 at 10:05am

आ० आशुतोष बाजपाई जी आपकी दोनों पुस्तकों 'नक्षत्र विमर्श' और 'छंद काव्यामृत' के लोकार्पण के लिए आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ.

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on August 22, 2013 at 6:42pm

आदरणीय डॅा आशुतोष भाईजी,  आपकी उपलब्धियों के लिए आपको हार्दिक शुभकामनाओं सहित हृदयतल से बधाई स्वीकार करें।  मैं अवश्य ही पुस्तकों के लोकार्पण कार्यक्रम में आऊंगा। आपका बहुत-बहुत आभार।  सादर

Comment by annapurna bajpai on August 14, 2013 at 8:10pm

आदरणीय आशुतोष बाजपेई जी आपको शुभ कामनाएँ ।


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on August 11, 2013 at 3:08am

शुभकामनाएँ और हार्दिक बधाइयाँ.

Comment by बृजेश नीरज on August 8, 2013 at 5:48pm

आदरणीय आशुतोष जी आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!

Attending (4)

Not Attending (1)

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"धन्यवाद आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब.दूध और मलाई दिखने को साथ दीखते हैं लेकिन मलाई हमेशा दूध से ऊपर एक…"
5 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"धन्यवाद आ. लक्षमण धामी जी "
6 minutes ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय, बृजेश कुमार 'ब्रज' जी, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से…"
1 hour ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी आदाब, एक साँस में पढ़ने लायक़ उम्दा ग़ज़ल हुई है, मुबारकबाद। सभी…"
2 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आपने जो सुधार किया है, वह उचित है, भाई बृजेश जी।  किसे जगा के सुनाएं उदास हैं कितनेख़मोश रात…"
12 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"इतने वर्षों में आपने ओबीओ पर यही सीखा-समझा है, आदरणीय, 'मंच आपका, निर्णय आपके'…"
12 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी मंच  आपका निर्णय  आपके । सादर नमन "
13 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आदरणीय सुशील सरना जी, आप आदरणीय योगराज भाईजी के कहे का मूल समझने का प्रयास करें। मैंने भी आपको…"
14 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"अनुज बृजेश  किसे जगा के सुनाएं उदास हैं कितनेख़मोश रात  बिताएं उदास  हैं कितने …"
14 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"ठीक है आदरणीय योगराज जी । पोस्ट पर पाबन्दी पहली बार हुई है । मंच जैसा चाहे । बहरहाल भविष्य के लिए…"
14 hours ago

प्रधान संपादक
योगराज प्रभाकर commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आ. सुशील सरना जी, कृपया 15-20 दोहे इकट्ठे डालकर पोस्ट किया करें, वह भी हफ्ते में एकाध बार. साईट में…"
14 hours ago
Sushil Sarna posted blog posts
14 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service