१ २ २ २ / १ २ २ २ /१ २ २ २
न मिलने का नया, उसका बहाना है.
उसे हर हाल बस, मेरा दिल दुखाना है .
कहाँ तक सुनें, कभी तो खत्म हो जाएँ,
नए किस्से नया, उसका हर फ़साना है.
जिसे देखो, वो संग ले हाथ में, दौड़े,
जहाँ में मुझ पागल का, क्या ठिकाना है .
सितमगर लाख बारूद बो, ज़मीनों में
अमन की फसलें, दिल में लहलहाना है.
नई हर चाल उसकी, पैंतरे खूब हैं,
उसे हर हाल में, मुझे हराना है.
रिवाजों में न कैद कर तू बेटी को
उसे दुनिया के आगे सर उठाना है .
मौलिक व अप्रकाशित
Comment
सुन्दर प्रयास आ० शालिनी जी
बहर कुछ ज़गह हाथ छुड़ा कर भाग रही है.. सतत प्रयास से सधती जायेगी
शुभकामनाएं
शालिनी जी ..... बढ़िया व सरहनीय प्रयास है...| नमन सहित :)
वीनस केसरी जी .. मुझे पता है कि अभी बहुत सारी कमियां रहतीं हैं .. फिर भी आपकी टिप्पणी से हौंसला मिला .. आपका मार्गदर्शन भी वांछित है |
सधन्यवाद!
Dr Ashutosh Mishra ji हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ ..
वाह निभाते निभाते आप बहुत कुछ निभा ले गईं ... हार्दिक बधाई 
जो थोड़ी सी कसर बची रह गई है वो भी जल्द दूर हो जायेगी 
सादर शुभकामनाएं
आपके इस प्रयास पर हार्दिक बधाई ...
कहाँ तक सुनें, कभी तो खत्म हो जाएँ,
नए किस्से नया, उसका हर फ़साना है....आपका ये शेर मुझे पसंद आया सादर बधाई स्वीकारें
धन्यवाद जितेन्द्र 'गीत' जी
कहाँ तक सुनें, कभी तो खत्म हो जाएँ,
नए किस्से नया, उसका हर फ़साना है.
यह शेर बहुत पसंद आया,बढ़िया गजल, बधाई स्वीकारे आदरणीया शालिनी जी
अरुन शर्मा 'अनन्त' जी .. आगे पोस्ट करने से पहले इन बिन्दुओं पर अवश्य ही विचार करुँगी .. आपके अनमोल सुझाव हेतु धन्यवाद!
धन्यवाद Parveen Malik जी :)
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
    © 2025               Created by Admin.             
    Powered by
     
    
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online