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जीवन है क्या ?
मन के यक्ष प्रश्न
सुख या दुख ।

मेरा मन
पथ भूला राही है,
जग भवर ।
        
देख दुनिया,
जीने का मन नही,
स्वार्थ के नाते ।

मन भरा है,
 ऐसी मिली सौगात,
बेवाफाई का ।

कैसा है धोखा,
अपने ही पराये,
मित्र ही शत्रु ।

जग मे तु भी,
एक रंग से पूता,
कहां है जुदा ?

क्यों रोता है ?
सिक्के के दो पहलू
होगी सुबह ।

........‘रमेश‘.........
मौलिक अप्रकाशित

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Comment

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Comment by रमेश कुमार चौहान on September 11, 2013 at 11:30pm
परम श्रद्वेय प्राचीजी आपके शिल्पगत परख से मै अभिभूत हूं । आपके द्वारा चिन्हांकित त्रुटि यथार्थ है केवल ''मेरा मनवा के स्थन पर मेरा मन" टंकण त्रुटि है । शेष पर मेरा ध्यान नही था । आपके इस ध्यानाकर्षण्‍ा के लिये मै ह़दय से आपका आभरी हू । इस दिशा निर्देश से निश्चित रूप से मेरे त्रुटियां का निराकरण होगा । आप इसी आकार नि:संकोच मेरा मार्गदर्शन करते रहिगा । सादर

सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on September 11, 2013 at 4:16pm

बहुत सुन्दर हायकू प्रयास आ० रमेश चौहान जी 

जीवन है क्या ?
मन के यक्ष प्रश्न
सुख या दुख ।.............बहुत सुन्दर 

मेरा मन..........................सिर्फ ४ वर्णाक्षर 
पथ भूला राही है,.................................पंक्ति पहली पंक्ति पर निर्भर है 
जग भवर ।.......भँवर

मन भरा है,
ऐसी मिली सौगात,
बेवाफाई का   .........मिली के साथ 'का' या 'की'................... तीसरी पंक्ति स्वतंत्र नहीं है 

इस सद् प्रयास के लिए शुभकामनाएँ 

Comment by रमेश कुमार चौहान on September 10, 2013 at 9:58pm

आ.गिरिराज भंडारीजी, वंदना तिवारीजी, मीना पाठकजी,विजयश्रीजी आपलोगों के उत्साहवर्धन से मुझे नई शक्ति प्राप्त हुई ।  आप सभ सम्मानीय जनों का आभार  । सादर

Comment by vijayashree on September 10, 2013 at 12:38pm

क्यों रोता है ?
सिक्के के दो पहलू
होगी सुबह ।

सुदर हाइकू रमेश कुमार जी बधाई स्वीकारे 

Comment by Meena Pathak on September 9, 2013 at 11:09pm

सुन्दर हाइकू ... बधाई

Comment by Vindu Babu on September 9, 2013 at 6:31pm
वाह आदरणीय!
हर हाइकू एक से बछकर एक,ढेर सी सार्थकता समेटे हुए।
सादर बधाई इस गहन अभिव्यक्ति के लिए।
सादर

सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on September 9, 2013 at 9:42am
क्यों रोता है ?
सिक्के के दो पहलू
होगी सुबह । -------------- वाह वा !!! रमेश भाई बधाई !! बढ़िया हाईकू !!

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