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बहनो की राखी फौजी भाइयों के नाम

देश की सीमा पर बैठे उन देश के पहरेदारों को ।
बहनो ने राखी भेजी है भारत की आँख के तारों को ।

प्यार भेजतीं हैं तुमको अनमोल पर्व इस पावन का ।
तुम देश की रक्षा करते हो ये धागा रक्षा बंधन का ।

ये डोर रेशमी डोर नही के ताकत है बहन के भाई की ।
जो देश की सेवा हित उठती शोभा है उसी कलाई की ।

जहँ निडर सुरक्षित रह पायें तुमसे वो वतन मांगती हैं ।
इस राखी के बदले बहनें रक्षा का वचन मांगती हैं ।

इस देश की सारी बहनों को हे वीरों नाज़ तुम्ही पर है ।
मान सदा रखना इसका बहनों की लाज तुम्ही पर है ।

मौलिक व अप्रकाशित

नीरज मिश्रा "प्रेम''

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Comment by rajesh kumari on August 11, 2014 at 12:39pm

देशभक्ति भावना से  देश के रक्षकों के लिए लिखी गई रक्षाबंधन पर्व पर ये रचना अच्छी लगी ,बधाई आपको एवं शुभकामनायें 

कृपया ध्यान दे...

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