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प्यार में शर्त-ए-वफ़ा पागलपन

प्यार में शर्त-ए-वफ़ा पागलपन
मुद्दतों हमने किया, पागलपन

हमने आवाज़ उठाई हक की
जबकि लोगों ने कहा, पागलपन

जाने वालों को सदा देने से
सोच क्या तुझको मिला, पागलपन

लोग सच्चाई से कतरा के गए
मुझ पे ही टूट पड़ा, पागलपन

जब भी देखा कभी मुड़ कर पीछे
अपना माज़ी ही लगा, पागलपन

खो गए वस्ल के लम्हे "श्रद्धा"
मूंद मत आँख, ये क्या पागलपन

Posted on November 17, 2010 at 6:00pm — 16 Comments

Comment Wall (6 comments)

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At 6:10pm on November 8, 2015,
सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर
said…
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें।
At 1:48pm on November 20, 2010,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
आदरणीया श्रद्धा बहन, प्रणाम,
आप ने कुछ जानना चाहा है मैं क्रम से बताता हूँ .....

१- प्रोफाइल फोटो लगाने का तरीका

Sign in होने के बाद सबसे पहले आप Tab से मेरा पन्ना क्लिक करे, वहा आप के प्रोफाइल फोटो की जगह default फोटो होगा जिसपर क्लिक करे उसके बाद Browse कर प्रोफाइल फोटो लगाने का आप्शन मिल जायेगा |

२- रचना पर टिप्पणी कैसे करे ....

अ)ब्लॉग मे टिप्पणी हेतु सम्बंधित ब्लॉग खोलकर जो writing बॉक्स होगा उसमे टिप्पणी लिख दे, जिसप्रकार आप अपने ब्लॉग मे लिखी है |

ब) फोरम मे टिप्पणी हेतु जिसपर टिप्पणी करनी हो ठीक उसके नीचे Reply आप्शन होता है, और यदि सीधे कुछ पोस्ट करनी हो तो मुख्य बॉक्स मे पोस्ट कर दे , जैसे "OBO लाइव तरही मुशायरा" मे यदि आपको अपनी ग़ज़ल पोस्ट करनी हो तो सीधे "OBO लाइव तरही मुशायरा" मुख्य पृष्ठ से ओपन करे जो सबसे ऊपर reply बॉक्स दिखे उसमे पोस्ट कर दे , और यदि किसी की ग़ज़ल पर टिप्पणी देनी हो तो उक्त ग़ज़ल के नीचे Reply आप्शन मिलेगा |

यदि फिर भी कोई समस्या हो तो "मैं हूँ ना" आप मुझे लिखे या ADMIN को लिखे |
At 5:59pm on November 17, 2010,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…
At 5:54pm on November 17, 2010, PREETAM TIWARY(PREET) said…

At 5:53pm on November 17, 2010,
सदस्य टीम प्रबंधन
Rana Pratap Singh
said…
श्रद्धा दीदी आपका बहुत बहुत स्वागत है|

At 5:50pm on November 17, 2010, Admin said…

 
 
 

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