For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

JAWAHAR LAL SINGH's Discussions (505)

Discussions Replied To (83) Replies Latest Activity

सदस्य टीम प्रबंधन

"बहुत बहुत आभार आदरणीय सौरभ सर! अब मुझे भी पूरी दिख रही है सादर!"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 21, 2015 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53 की समस्त संकलित रचनाएँ

52 Oct 4, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीय सौरभ पाण्डेय सर, सादर अभिवादन! वैसे तो संकलन में मैं अपनी रचना की झलक मात्र ए…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 21, 2015 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53 की समस्त संकलित रचनाएँ

52 Oct 4, 2015
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"सिर्फ पढूंगा और सभी समीक्षाओं को समझने की कोशिश करूंगा अभी समयाभाव है आदरणीय डॉ. गोप…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"बहुत सुन्दर दोहा छंद आधारित गीत! प्रस्तुति के लिए बधाई आदरणीय रवि शुक्ल जी!"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"कुंडलियों के साथ दोहे भी सटीक और सुन्दर हुए है, बधाई तो बनती है आदरणीय अखिलेश कृष्ण…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"माता के नैनों दिखा ,नाज़ भरा एक नूर  मौला बेटे को रखे ,बुरी नज़र से दूर लम्बी सी पोशा…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"सुन्दर सुझाव के लिए हार्दिक आभार आदरणीया राजेश कुमारी जी!"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"तृप्ता,  मरियम,  देवकी  या  शबनम परवीनमाँ की  ममता  एक  सी, जो  सुत में तल्लीनहर माँ…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"हाथ धरे हैं मातु का, और तीव्र है चाल | मनमोहन छवि बाल फिर, चला बदलने काल || आदरणीय अ…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

"आदरणीय सौरभ सर आपकी प्रेरणामय टिप्पणी अभिभूत करती है ... कोशिश करता हूँ, चूक हो ही ज…"

JAWAHAR LAL SINGH replied Sep 19, 2015 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-53

580 Sep 19, 2015
Reply by Pankaj Kumar Mishra "Vatsyayan"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय शिज्जु "शकूर" साहिब आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से…"
7 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय निलेश शेवगाँवकर जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद, इस्लाह और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से…"
7 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी आदाब,  ग़ज़ल पर आपकी आमद बाइस-ए-शरफ़ है और आपकी तारीफें वो ए'ज़ाज़…"
7 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आदरणीय योगराज भाईजी के प्रधान-सम्पादकत्व में अपेक्षानुरूप विवेकशील दृढ़ता के साथ उक्त जुगुप्साकारी…"
9 hours ago
Ashok Kumar Raktale commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . लक्ष्य
"   आदरणीय सुशील सरना जी सादर, लक्ष्य विषय लेकर सुन्दर दोहावली रची है आपने. हार्दिक बधाई…"
9 hours ago

प्रधान संपादक
योगराज प्रभाकर replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"गत दो दिनों से तरही मुशायरे में उत्पन्न हुई दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की जानकारी मुझे प्राप्त हो रही…"
9 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"मोहतरम समर कबीर साहब आदाब,चूंकि आपने नाम लेकर कहा इसलिए कमेंट कर रहा हूँ।आपका हमेशा से मैं एहतराम…"
10 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"सौरभ पाण्डेय, इस गरिमामय मंच का प्रतिरूप / प्रतिनिधि किसी स्वप्न में भी नहीं हो सकता, आदरणीय नीलेश…"
10 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आदरणीय समर सर,वैसे तो आपने उत्तर आ. सौरब सर की पोस्ट पर दिया है जिस पर मुझ जैसे किसी भी व्यक्ति को…"
11 hours ago
Samar kabeer replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"प्रिय मंच को आदाब, Euphonic अमित जी पिछले तीन साल से मुझसे जुड़े हुए हैं और ग़ज़ल सीख रहे हैं इस बीच…"
15 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आदरणीय अमीरुद्दीन जी, किसी को किसी के प्रति कोई दुराग्रह नहीं है. दुराग्रह छोड़िए, दुराव तक नहीं…"
18 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"अपने आपको विकट परिस्थितियों में ढाल कर आत्म मंथन के लिए सुप्रेरित करती इस गजल के लिए जितनी बार दाद…"
19 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service