For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

योगराज प्रभाकर's Discussions (10,563)

Discussions Replied To (8536) Replies Latest Activity

"अच्छी और सकारात्मक संदेश देती हुई लघुकथा है आ० मनन कुमार सिंह जी, हार्दिक बधाई प्रेष…"

योगराज प्रभाकर replied Mar 31, 2022 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-84

57 Mar 31, 2022
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आप बहुत जल्द सेहतयाब होंगे। हमारी दुआएँ आपके साथ हैं।"

योगराज प्रभाकर replied Jan 22, 2022 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"मेरे कहे को मान देने के लिए हार्दिक आभार आ० मनन कुमार सिंह जी."

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"//सान्ता जी मुस्कराने लगे। नेताजी से बोले, "ज़रा उधर भी देखिएगा! वे जवाँ लड़कियाँ भी अ…"

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"वह पंक्ति जोड़ दी है आ० प्रतिभा पांडेय जी।  "

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"पत्र-शैली में अच्छी लघुकथा कही है। लेकिन यह लघुकथा प्रदत्त विषय 'विश्वास' को कैसे पर…"

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"विश्वास और आस्था की जड़ें बहुत गहरी होती हैं, इतनी गहरी कि अक्सर तर्क को भी दरकिनार क…"

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"रिश्ता भले टूट गया मगर विश्वास क़ायम रहा। अच्छी लघुकथा है आ० नयना ताई। इसके संप्रेषण…"

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"आ० प्रो. चेतन प्रकाश जी,  कई बार हालात कुछ ऐसे हो जाते हैं की इनसान चाह कर भी कोई का…"

योगराज प्रभाकर replied Dec 31, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

"बहुत ही मर्मस्पर्शी लघुकथा रची है रचना निर्मल जी। पूरी ज़िंदगी अपने बच्चों के लिए संघ…"

योगराज प्रभाकर replied Dec 30, 2021 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-81 (विषय: विश्वास)

78 Dec 31, 2021
Reply by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
11 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Friday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Friday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"असमंजस (लघुकथा): हुआ यूॅं कि नयी सदी में 'सत्य' के साथ लिव-इन रिलेशनशिप के कड़वे अनुभव…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब साथियो। त्योहारों की बेला की व्यस्तता के बाद अब है इंतज़ार लघुकथा गोष्ठी में विषय मुक्त सार्थक…"
Thursday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service